बाराबंकी। जिला अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कलेक्ट्रेट स्थित लोक भवन में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर ऐसे अस्पतालों आदि में, जहां अवैध रूप से प्रसव कराए जाने की शिकायतें मिल रही थी, उनको चिन्हित करते हुए संबंधित के विरूद्ध सुसंगत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत आशाओं के लम्बित भुगतान तत्काल कराने एवं नियमित रूप से भुगतान कराने के साथ ही उनके द्वारा अतिरिक्त कार्यों हेतु देय अतिरिक्त भत्ते को ससमय दिये जाने के भी निर्देश दिए। केवल बिल वाउचर बनाकर भुगतान न किया जाए, बल्कि वास्तविकता में रोगी को नियमानुसार भोजन इत्यादि उपलब्ध कराया जाए।
लोक सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती एकता सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवधेश यादव सहित अन्य समस्त सम्बंधित अधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित रहे। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड निर्माण की समीक्षा करते हुए, 26 दिसंबर से अभियान चलाकर आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति को तेज किया जाए। हर आशा प्रतिदिन एक आयुष्मान कार्ड तथा प्रत्येक सीएचओ प्रतिदिन पांच आयुष्मान कार्ड बनाएगी। अभियान का नियमित अनुश्रवण करने हेतु संबंधित एमओआईसी को भी निर्देशित किया।
जनपद में सर्वाधिक प्रसव कराने वाली एएनएम, उधौली से सुधा जायसवाल और दादरा से संगीता राय को अगली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सम्मानित करने के निर्देश दिए। जननी सुरक्षा योजना के तहत लंबित भुगतानों को तत्काल कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए। सभी पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाए जाने के लिए नियमानुसार अपेक्षित कार्यवाई करना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में टीकाकरण से छुट गए बच्चों का टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। टीकाकरण के महत्व के संबंध में आम जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिए। जहां भी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा स्वास्थ्य उपकेन्द्र मरम्मत योग्य है, उनकी तत्काल मरम्मत कर ली जाए।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए। ओ0पी0डी0, आई0पी0डी0, अल्ट्रासाउण्ड, एक्स-रे, पैथोलोजी, जननी सुरक्षा योजना/भुगतान, एफ0आर0यू0, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर0बी0एस0के0), परिवार नियोजन, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के संचालन, एम्बुलेंस 108, नेशनल एम्बुलेंस सेवा 102, पी0पी0पी0 परियोजना, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड निर्माण, नियमित टीकाकरण, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, पी0सी0पी0एन0डी0टी0, मौसमी बीमारियां, संचारी रोग नियंत्रण अभियान, राष्ट्रीय कृमि मुक्त कार्यक्रम के साथ सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमो आदि बिंदुओं पर जिला अधिकारी ने विस्तार से चर्चा की।