संविधान रक्षक जिला संवाददाता उमेश तिवारी
ग्राम सुरवारी मलिहामऊ टांडा रावत सहित कई गांव की सैकड़ो बीघा गेहूं आलू सरसों के फैसले अधिक पानी आने के कारण जलमग्न होकर नष्ट होने के कगार पर आ गई। जबकि जिस नहर से यह पानी आया है उसे निकली हुई सिंचाई की माइनर अभी भी सूखी पड़ी हुई है। अगर यह पानी आना बंद नहीं हुआ तो विगत 5-7 वर्षों की तरह इस वर्ष भी अन्नदाता किसानों की झोली खाली रहेगी। सुरवारी के पास जगह-जगह कटे व उफननायये हुए गंदा नाला को दर्जनों किसानों ने आपसी सहयोग से शुक्रवार को जीसीसी से बंधाया है। शिवकुमार वर्मा, जगजीवन कश्यप,पूर्व प्रधान सतीश रावत,नीरज चौहा विशम्भ आदि ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे अनावश्यक आने वाले पानी से किसानों का लगातार नुकसान हो होता है इसके लिए प्रशासन को सही दिशा में कार्य करना चाहिए।
संविधान रक्षक जिला संवाददाता उमेश तिवारी
ग्राम सुरवारी मलिहामऊ टांडा रावत सहित कई गांव की सैकड़ो बीघा गेहूं आलू सरसों के फैसले अधिक पानी आने के कारण जलमग्न होकर नष्ट होने के कगार पर आ गई। जबकि जिस नहर से यह पानी आया है उसे निकली हुई सिंचाई की माइनर अभी भी सूखी पड़ी हुई है। अगर यह पानी आना बंद नहीं हुआ तो विगत 5-7 वर्षों की तरह इस वर्ष भी अन्नदाता किसानों की झोली खाली रहेगी। सुरवारी के पास जगह-जगह कटे व उफननायये हुए गंदा नाला को दर्जनों किसानों ने आपसी सहयोग से शुक्रवार को जीसीसी से बंधाया है। शिवकुमार वर्मा, जगजीवन कश्यप,पूर्व प्रधान सतीश रावत,नीरज चौहा विशम्भ आदि ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे अनावश्यक आने वाले पानी से किसानों का लगातार नुकसान हो होता है इसके लिए प्रशासन को सही दिशा में कार्य करना चाहिए।