रामनगर /बाराबंकी नसबंदी के ऑपरेशन के दौरान महिला की हुई मौत के मामले में नाराज परिजनों और भारतीय किसान यूनियन भदौरिया गुट के पदाधिकारियों ने कार्रवाई की मांग को लेकर सीएचसी पर धरना दिया। मौके पर पहुंची तहसीलदार सीमा भारती और प्रभारी निरीक्षक रत्नेश पांडेय ने कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना खत्म कराया।
ज्ञात हो कि थाना रामनगर के बिकनापुर गांव निवासी अमरेश कुमार की पत्नी शांती रावत को आशा बहू शनिवार को नसबंदी का ऑपरेशन करने के लिए सीएचसी रामनगर लाई थी। यहां ऑपरेशन के दौरान उसकी मौत हो गई थी। आरोप है कि चिकित्सकों ने इसके बावजूद उसे जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया जहां देखते ही डॉक्टरों ने बताया की महिला की मौत हो चुकी है।
शनिवार को भाकियू के जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह की अगवाई में सीएससी रामनगर पर रविवार को धरना दिया। सीएचसी अधीक्षक को हटाने के साथ दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। शनिवार शाम पोस्टमार्टम के बाद महिला का शव जब रामनगर पहुंचा तो परिजन उसे धरना स्थल पर ले जा रहे थे लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस ने किसी तरह समझा बूझाकर कर शव को दाह संस्कार के लिए घर भेज दिया।
तहसीलदार सीमा भारती प्रभारी निरीक्षक रत्नेश पांडेय के साथ धरना स्थल पर पहुंची और कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना खत्म कराया। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. एलबी गुप्ता का कहना है कि जांच के लिए टीम गठित की है। जांच के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। प्रभारी निरीक्षक रत्नेश पांडेय ने बताया कि तहरीर दी गई थी शव का पोस्टमार्टम कराया गया है जांच की जा रही है, पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।