- वन दरोगा राम मूरत की मिलीभगत से कुदरहा क्षेत्र में वन माफिया सक्रिय
- कप्तानगंज वन विभाग में 15 वर्षों से तैनात वन दरोगा राम मूरत हरे पेड़ों की कटान कराने में है सफल
- डीएफओं के संरक्षण में वन दरोगा राम मूरत काट रहे मलाई
कुदरहा / बस्ती। कप्तानगंज वन विभाग के अन्तर्गत विकासखण्ड कुदरहा में कार्यरत वन दरोगा राम मूरत बिना परमिट के हरे पेड़ों को कटाने में माहिर हैं । ग्राम पंचायत तुरकौलिया में बिना परमिट के एक आम के पेड़ एवं एक हरे पेड़ महुआ की कटान हुई है ।
सूत्रों की माने तो वन दरोगा राम मूरत 15 वर्षों से अधिक समय से कप्तानगंज वन विभाग में कार्यरत हैं । डीएफओं बस्ती का संरक्षण वन दरोगा राम मूरत को प्राप्त है । विकासखण्ड कुदरहा क्षेत्र माझा क्षेत्र में आता है और कुदरहा ब्लाक का कार्य क्षेत्र भी बड़ा है । राम मूरत माझा क्षेत्रों में बिना परमिट के हरे पेड़ों की कटान कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । उच्च अधिकारियों के आंख में धूल झोंककर राम मूरत सरकारी खजाने को चूना लगा रहे हैं । तुरकौलिया में एक पेड़ आम एवं एक पेड़ हरा महुआ की कटान की जानकारी कप्तानगंज वन विभाग को दी गई थी लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी अभी तक एक पेड़ आम एवं एक पेड़ हरे महुआ के कटान मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है । कुदरहा ब्लाक में वन रक्षक का पद खाली है। वन रक्षक और वन दरोगा दोनों पद की देख भाल राम मूरत ही कर रहे हैं । राम मूरत वन दरोगा माझा क्षेत्र में कुछ ऐसे ही बगीचे की कटान करवा देते हैं जिसकी जानकारी वन विभाग के किसी अधिकारी / कर्मचारी को पता ही नहीं रहता है । अवैध पेड़ों की कटान का जब मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचता है तब अनजान बनकर वन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करते हैं । पहले तो प्रयास करते हैं कि मामला लेनदेन होकर रफा दफा हो जाएं लेकिन जब मामला कहीं फंस जाता है तो वहा वन माफिया के खिलाफ नाम मात्र की कार्रवाई करके मामले को खत्म कर देते हैं । उक्त प्रकरण में वन क्षेत्राधिकारी राजू प्रसाद ने कहा कि जांच कर कार्रवाई की जायेगी ।