गौर,बस्ती। जनपद बस्ती के विकास खण्ड गौर के विकास खण्ड अधिकारी के.के सिंह मनरेगा लोकपाल के आदेशो केअनुपालन करना उचित एंव न्यौचित नही समझते है विकास खण्ड के ग्राम पंचायत इटबहरा को लेकर गाव के ही व्यक्ति श्री आदित्य सिंह द्वारा गाव में हो रहे भ्रष्टचार कि शिकायत किया गया है, जिसकी जाँच उपरांत पाये गये त्रुटि के अनुसार मनरेगा लोकपाल ने साफ शब्दो मे आदेशित करते हुये कहा था कि सम्बन्धित प्रधान को दण्डित करते हुये, किये गये भ्रष्टचार के सम्बन्ध से पाये गये अनियमितता के अनुसार रुपया वसूली किया जाये,और लिप्त सम्बन्धित कर्मचारियों एंव अधिकारीयों पर तत्काल प्रभाव से दण्डित करके सम्वैधानिक विधिक कार्यवाही किया जाये परन्तु जिम्मेदार विकास खण्ड अधिकारी ने अपनी जिम्मेदारीयो को नकारते हुये मा.मनरेगा लोकपाल के आदेशित करने के बाद भी हिल्ला हवाली करते रहे है और सहयोगी बनकर सम्बन्धित प्रधान कर्मचारियों और अधिकारियों के लिये बच बचाव मे अथक निरन्तर अथक प्रयास करते रहे है, जबकि इटबहरा ग्राम सभा के जांच टीम द्वारा एक बार नही कई बार जांच किया गया है और हर बार अनियमितता का भण्डार उजागर हुआ है परन्तु जिम्मेदार अधिकारियों कि हिम्मत तो देखिये मनरेगा लोकपाल के आदेशों के बाद भी सम्बन्धित के खिलाफ उचित न्यौचित कार्यवाही नही कर रहे है आखिर क्या कारण हो सकता है जो जिम्मेदारी से जिम्मेदार अपनी दायित्वो निर्वहन नही कर रहे है और भ्रष्टचार पर अंकुश लगाने पर स्मर्थ हो रहे है यह है विकास खण्ड गौर जहा पर विकास खण्ड अधिकारी सचिव व रोजगार सेवक करते है मौज कागज मे चलता रहता है काम और घर बैठे प्रधान निकालते रहते है दाम,बडी़ हैरानी कि बात यह है कि एक तरफ उच्चाधिकारियों द्वारा आदेशित करते हुये कागजों मे कहा जा रहा है कि प्रधान और सम्बन्धित अधिकारीयो और कर्मचारियों को दण्डित करके सम्वैधानिक कार्यवाही करते हुये और रिकबरी का पैसा लिये जाने का प्रावधान जारी किया गया हैं, एक तरफ मनरेगा मे फर्जीवाड़ा करके भ्रष्टचार के मुहिम पर वर्तमान समय तक फर्जी कामो का मास्टरोल जारी किया गया है,परन्तु विकास अधिकारी गौर भ्रष्टचार रोकने का प्रयास नहीं कर रहे है बल्कि नये नये तरीके निकालकर भ्रष्टचार करवा रहे रहे है। बुद्धू गड्ढे में बना सामुदायिक शौचालय पहले किया गया गड्ढे की खुदाई। बाद में बना दिया गया सामुदायिक शौचालय। लोकपाल मनरेगा के आदेश का एक साल बीतने के बाद नहीं हुई कार्रवाई। भ्रष्टाचार आज भी जारी है