-जनपद में कभी भी बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ खुल सकता है मोर्चा
-जनपद के जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से बीएसए की मनमानी को मिल रहा बिल
बस्ती। बस्ती जनपद में मनमानी व नियम विरुद्ध तरीके से कार्यवाही करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों , शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का उत्पीड़न किया जा रहा है । बीएसए द्वारा महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेशों व आरटीई एक्ट की विधिक व्यवस्था को भी नहीं माना जा रहा है व नियम विरुद्ध तरीके से अनुदेशकों का सम्बद्धीकरण करके उनका उत्पीड़न किया जा रहा है । बेसिक शिक्षा अधिकारी एक पार्टी विशेष के एजेंट के रूप में कार्य करते हुए जातीय भावना से शिक्षकों , शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का उत्पीड़न करने पर आमादा हैं ।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा एक पार्टी विशेष के एजेंट के रूप में कार्य करते हुए जातीय दुर्भावना से शिक्षको , अनुदेशकों व शिक्षामित्रों का उत्पीड़न किया जा रहा है । महानिदेशक स्कूल स्कूल शिक्षा ने अपने पत्र संख्या 825/ 2024-25 दिनांक 01 मई 2024 द्वारा अनुदेशकों का सम्बद्धीकरण समाप्त कर दिया गया है फिर भी विकास खण्ड बहादुरपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बभिनियाँव के अनुदेशक विनोद चौधरी व शशि वरुण को प्राथमिक विद्यालय बभिनियाँव से व पूर्व माध्यमिक विद्यालय पगार के अनुदेशक सीमा देवी व ज्योति त्रिपाठी को प्राथमिक विद्यालय पगार से नियम विरुद्ध तरीके से सम्बद्ध करके उत्पीड़न किया जा रहा है जबकि आर टी ई एक्ट के तहत अनुदेशकों की नियुक्ति विषय विशेषज्ञ के रूप में जूनियर विद्यालयों के छात्र/छात्राओं को ,स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा,कला शिक्षा एवं कार्यानुभव शिक्षा(कम्प्यूटर एवं गृहशिल्प) पढ़ाने के लिए हुई है,इस प्रकार से अनुदेशकों का सम्बद्धीकरण करना कतई उचित नही है और शासनादेश का खुला उल्लंघन है जबकि इस संदर्भ में अनुदेशकों ने अपना शिकायती पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी दिया है कि उन्हें गलत तरीके से सम्बद्ध किया जा रहा है। अनुदेशको के सम्बद्धीकरण का क्या औचित्य है वह भी आरटीई एक्ट व महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेशों की अवहेलना करके निश्चित ही उच्चस्तरीय जाँच का विषय बना हुआ है । प्रकरण पर जानकारी लेने के लिए जब संवाददाता ने बीएसए से बात कर जानकरी लेना चाहा तो उनका मोबाइल फोन नहीं उठा जबकि खण्ड शिक्षा अधिकारी का फोन कवरेज एरिया से बाहर मिला ।