बाराबंकी। जिस प्रकार मौसम का पारा धीरे-धीरे चढ़ रहा है ठीक उसी प्रकार चुनावी खुमारी भी दलों के साथ-साथ गांव से लेकर शहरी मतदाताओं पर चढ़ती दिख रही है और चढ़े भी क्यों ना जब देश का सबसे बड़ा और मत्त्वपूर्ण चुनाव हो। लोकसभा के पांचवें चरण में यूपी की मोहनलालगंज सुरक्षित,राजधानी लखनऊ,रायबरेली,अमेठी, जालौन सुरक्षित,झांसी,हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर,कौशांबी सुरक्षित,बाराबंकी सुरक्षित,फैजाबाद (अयोध्या),गोंडा और कैसरगंज में चुनाव होने हैं। इन 14 सीटों में से चार सीटें सुरक्षित हैं। इन सभी सीटों पर 26 अप्रैल से नामंकन शुरू हो गए हैं। यहां 20 मई को पांचवें चरण में मतदान होगा। इन सभी सीटों में सबसे चर्चित लोकसभा सीट कैसरगंज में अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है। बताते चलें कि इस सीट से भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह सांसद हैं। सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए कुछ खिलाड़ियों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था जिसके बाद उनके खिलाफ काफी समय तक प्रदर्शन भी चला था। भारतीय जनता पार्टी ने पांचवें चरण में होने वाले चुनाव के सभी उम्मीदवारों के टिकट मुक्कर्रर कर दिए हैं। परंतु अभी तक वर्तमान सांसद को टिकट नहीं मिल सका है। हालांकि सांसद बृजभूषण शरण सिंह अभी तक पूर्ण रूप से मुतमईन हैं कि टिकट उन्ही को मिलेगा। दिलचस्प बात यह है कि चर्चा या विवादों के चलते भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है तो वहीं गठबंधन प्रत्याशी सहित अन्य किसी दल ने भी इस सीट पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। जिसके कारण यह सीट समूचे प्रदेश में चर्चा का केंद्र बनी हुई है।

भाजपा सांसद का दावा, तैयारियां पूरी

कैसरगंज लोकसभा सीट से भले ही अभी तक सांसद उम्मीदवार का नाम भाजपा ने तय नहीं किया है परंतु बृजभूषण शरण सिंह की माने तो लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। और हों भी क्यों न पांच दशक के राजनीतिक अनुभव के साथ 6 बार के सांसद जो हैं। अभी हाल ही में तीन दिनों पूर्व मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए श्री सिंह ने कहा था कि लोकसभा चुनाव के लिए उनकी बारात तैयार है बस दूल्हा घोषित होते ही पूरी शिद्दत के साथ बारात रवाना होगी।

नेताजी की सात जनपदों के मतदाताओं पर है अच्छी पैठ

सांसद बृजभूषण शरण सिंह की छवि पूर्वांचल के दबंग क्षत्रिय नेताओं में शुमार है दूसरे प्रदेशों सहित गोंडा,बहराइच,बलरामपुर,
श्रावस्ती,अयोध्या और बाराबंकी आदि आसपास के जनपदों के क्षत्रिय समाज सहित अन्य बिरादरी के मतदाताओं पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। उनके चाहने वाले उन्हें नेताजी के नाम से संबोधित करते हैं। सूत्रों की मानें तो उनके गृह जनपद गोंडा के आस-पास के जनपदों में उनके रहमो-करम पर ही प्रतिनिधि तय होते हैं फिर चुनाव चाहे पंचायत का हो या पार्लियामेंट का।

शिक्षण संस्थानों में लाखों छात्र- छात्राएं हैं अध्यनरत

गोंडा सहित आसपास के जनपदों में 50 से अधिक चल रहे हैं बृजभूषण के शिक्षण संस्थान जिसमें लाखों छात्र-छात्राएं शिक्षारत हैं। गोंडा के नवाबगंज में स्थित नंदिनी नगर महाविद्यालय के नाम से जो शिक्षण संस्थान संचालित है वह किसी विश्वविद्यालय से कम नहीं है जिसमे स्वास्थ्य, शिक्षा,खेल सहित अनेकों तरह के कोर्स नियमित रूप से चलाए जाते हैं। यह संस्थान भौगोलिक दृष्टिकोण से भी देखने में बहुत ही खूबसूरत बना हुआ है।

बृजभूषण के अलावा इतने कम समय में दूसरे का जीत पाना मुश्किल

भारतीय जनता पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की माने तो बृजभूषण का टिकट होल्ड किया गया है पश्चिम के चुनाव होते ही उनके टिकट पर मुहर लग जायेगी। फिलहाल जबतक टिकट नहीं मिल जाता तबतक उनके चाहने वालों और राजनितज्ञों का कयास लगाना जारी है।

दूसरे उम्मीदवार के लिए नहीं होगा आसान पार्लियामेंट तक पहुंचाना

कैसरगंज लोकसभा के भाजपा मतदाताओं का विचार है कि यदि भारतीय जनता पार्टी नेताजी के अलावा किसी दूसरे को टिकट देती है तो उस व्यक्ति का पार्लियामेंट पहुंचना लोहे के चने चबाने जैसा होगा। क्षेत्रीय मतदाताओं का यह भी मानना है कि न केवल कैसरगंज बल्कि गोंडा श्रावस्ती बहराइच अयोध्या और बाराबंकी लोकसभा सीट पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा। फिलहाल देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी का निर्णय क्या होगा निर्णय के पहले इस विषय पर दर्जनों सवाल बरकरार हैं ?

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