अपना कपड़ा बैंक बना ग्रामीणों का सहारा, गर्म कपड़े पाकर खुश हुए मासूम चेहरे
रामसनेही घाट , बाराबंकी। कहते है मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है, मानव सेवा के लिए यदि समाज के लोग सामने आते है तो समाज अपने आप में सम्रद्ध एवं खुशहाल होता है l हमारे आसपास हर प्रकार के लोग रहते है जिसमे कुछ साधन संपन्न है तो कुछ आभावग्रस्त l समाज का एक ऐसा भी तबका है जो मूलभूत सुविधाओ के लिए संघर्ष करता नजर आ जाएगा l इन जरुरतमंदों की आवश्यकतानुसार मदद करने का एक अल्प प्रयास जनपद के रक्तमित्र, पर्यावरण सैनिक आशीष सिंह अध्यक्ष अपना कपड़ा बैंक टीम कर रही है l
गत दिवस अपना कपड़ा बैंक तहसील के तमाम क्षेत्रों में कड़कती ठंड से बचने के लिए जरूरतमंद लोगो के लिए 12 बोरो में लगभग 200 से अधिक जोड़ी कपड़े, साड़ियां, बच्चों के कपड़े, ऊनी जर्सी, ठंड के कपड़े, जूते-चप्पल, कम्बल आदि को गाँव के ग्रामीणों को वितरित किये गए। आशीष सिंह ने बताया कि कपड़ा बैंक का यह सिलसिला काफी वर्षों से निरंतर चला आ रहा है l इस सेवा कार्य के लिए अपना कपड़ा बैंक की टीम एवं स्वयंसेवक जरूरतमंद क्षेत्रो में आवश्यकतानुसार सेवा स्वरुप निःशुल्क कपड़े वितरण करते है l जिसको भी कपड़े लेने हो या देने हो वो संपर्क सूत्र 9026652679 पर सम्पर्क कर सकते है। बुधवार को तहसील रामसनेही घाट के जगदीशपुर गांव में मलीन बस्तियों में कपड़े बांटे गए। इस अवसर पर अपना कपड़ा बैंक के सचिव राम प्रकाश गुप्ता, जीवोत्थान सेवा समिति विवेक सिंह सूर्यवंशी व उमैर सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।