आगरा- ताजनगरी आगरा शहर के लोग अब जल्द ही मेट्रो के सफर का आनंद ले सकेंगे।
बता दे कि एक हप्ते पूर्व आगरा के पीएसी ग्राउंड स्थित आगरा मेट्रो डिपो में प्रथम आगरा मेट्रो ट्रेन को सफलतापूर्वक ट्रैक पर उतारा गया था।
अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस दूसरी मेट्रो ट्रेन आगरा मेट्रो डिपो पहुंच चुकी है। इस माह में दूसरी मेट्रो ट्रेन आगरा मेट्रो डिपो पहुंची है। बता दें कि 6 मार्च, 2023 को यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में पहली मेट्रो ट्रेन को सफलतापूर्वक डिपो में अनलोडिंग ट्रैक पर उतारा गया था। उसी क्रम में दूसरी मेट्रो ट्रेन मंगलवार को आगरा पहुंच चुकी है।
आगरा मेट्रो ट्रेनों की ये है विशेषताएँ
- इन ट्रेनों में ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ का फ़ीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेनों में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 35% तक ऊर्जा को रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा।
- वायु-प्रदूषण को कम करने के लिए इन ट्रेनों में अत्याधुनिक ‘प्रॉपल्सन सिस्टम’ भी मौजूद होगा।
- इन ट्रेनों में कार्बनडाई-ऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से चलेगा और ऊर्जा की बचत करेगा।
- ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए ये ट्रेनें संचारित आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से चलेंगी।
- आगरा मेट्रो की ट्रेनों की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की होगी।
- इन ट्रेनों की डिज़ाइन स्पीड 90 किमी./घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किमी./घंटा तक होगी।
- ट्रेन के पहले और आख़िरी कोच में दिव्यांगजनों की व्हीलचेयर के लिए अलग से जगह होगी। व्हीलचेयर के स्थान के पास ‘लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन’ होगा, जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को अधिक देर तक दरवाज़ा खुला रखने के लिए सूचित कर सकते हैं ताकि वे आराम से ट्रेन से उतर सकें।
- ट्रेनों में फ़ायर एस्टिंग्यूशर (अग्निशमन यंत्र), स्मोक डिटेक्टर्स और सीसीटीवी कैमरे आदि भी लगें होंगे।
- आगरा मेट्रो ट्रेनें थर्ड रेल यानी पटरियों के समानान्तर चलने वाली तीसरी रेल से ऊर्जा प्राप्त करेंगी, इसलिए इसमें खंभों और तारों के सेटअप की आवश्यकता नहीं होगी और बुनियादी ढाँचा बेहतर और सुंदर दिखाई देगा।
- इन ट्रेनों को अत्याधुनिक फ़ायर और क्रैश सेफ़्टी के मानकों के आधार पर डिज़ाइन किया गया है।
- हर ट्रेन में 24 सीसीटीवी कैमरे होंगे, जिनका विडियो फ़ीड सीधे ट्रेन ऑपरेटर और डिपो में बने सेंट्रल सिक्यॉरिटी रूम में पहुँचेगा।
- हर ट्रेन में 56 यूएसबी (USB) चार्जिंग पॉइंट्स भी होंगे।
- इन्फ़ोटेन्मेंट के लिए हर ट्रेन में 36 एलसीडी पैनल्स भी होंगे।
- टॉक बैक बटन:- इस बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकते हैं। यात्री की लोकेशन और सीसीटीवी का फ़ुटेज सीधे ट्रेन ऑपरेटर के पास मौजूद मॉनीटर पर दिखाई देगा।
- आगरा में मेट्रो ट्रेन निर्धारित समय सीमा के तहत पहुंची है और उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन की कोशिश है कि अगले वर्ष के प्रारम्भ में ही आगरा वासिओं को मेट्रो सेवा मुहैया हो जाये। इसी के मद्देनज़र आगरा में प्रायोरिटी कोरिडोर में मेट्रो निर्माण को तेज़ करके 6 माह पहले ही मेट्रो परिचलन का लक्ष्य रखा गया है।