बस्ती। सदर तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बैडारी एहतमाली के मदरहवा और मईपुर सरयू नदी का कटान जारी है। लगातार हो रहें कटान की दहशत से गांव के लोग अपने मकान को तोड़कर गृहस्थी का सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। कटान से राज बिहारी पासवान बंसी लाल का छप्पर की झोपड़ी कटान में विलीन हो गया शेषराम और प्रेमचंद के घर से सटकर नदी बह रही है कटान की डर से शेषराम अपने मकान को तोड़ रहे हैं। अभी तक बाढ़ खंड के अधिकारी व कर्मचारी गांव को कटान से बचाने में नाकाम रहे इसलिए नाराज ग्रामीणों ने बाढ़ खंड के मजदूरों को गाँव से भगा दिया।
शनिवार भोर से सरयू नदी के जलस्तर में कमी होने के साथ-साथ कटान तेज हो गया। देखते ही देखते बंसीलाल के छप्पर का घर और पेड़ सरयू नदी की धारा में समा गया। राज बिहारी पासवान के मकान का पिछला दीवार सरयू नदी की कटान से बह गया। सरयू नदी सूरज व रामकरन के घर से सटकर बह रही है। कटान की दहशत से शेषराम खुद अपने मकान पर हथौड़ा चला कर घर तोड़कर ईट सुरक्षित कर रहे हैं। सुरेंद्र पासवान गंगाराम मोले पासवान सहित दर्जनों लोगों ने अपने मकान को तोड़कर ईट सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। जबकि राम भवन पासवान मनीष पासवान भोला पासवान सहित दर्जनों लोगों का छप्पर का रिहाइसी घर सरयू नदी की धारा में समाहित हो गया हैं। बाढ़ खंड के अधिकारी व कर्मचारी गांव को कटान से बचाने के नाम पर बंबू कटर व प्लास्टिक की बोरी में मिट्टी डालकर खाना पूर्ति कर रहे थे। रविवार को ग्रामीणों ने बाढ़ खंड के मजदूरों को गांव से भगा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव को कटान से बचाने के नाम पर सरकार का नाजायज पैसा खर्च कर रहा है। इसलिए ग्रामीणों ने बाढ़ खंड के मजदूरों को गांव से भगा दिया।

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