बस्ती। जनपद बस्ती के अन्तर्गत विकास खण्ड गौर मे सरकार के मुहिम पर चलाये जा रहे महत्वाकांशी महात्मा गाँधी मनरेगा योजना मे सरकारी धन लुटने और लुटाने का काम,विकास खण्ड अधिकारी गौर द्वारा ही करवाया जा रहा है,और नकारत्मक को सकारात्मक बनाने का काम विकास खण्ड अधिकारी गौर द्वारा ही किया जा रहा है,
विकास खण्ड गौर के मध्य मे कुछ गावो के विकास की तुलना किया जाये तो एक भी मजदूर साइड पर नही मिलते है लेकिन विकास खण्ड अधिकारी द्वारा कमिशन लेकर, फर्जी हाजिरीयो के माध्यम से कागजी दस्तावेजों मे सिर्फ काम दिखाया जा रहा है और भ्रष्टाचार करवाया जा रहा है,
विकास खण्ड गौर अन्तर्गत कुछ गावो मे लगातार एक बर्ष से काम दिखाया जा रहा है लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ विकास का काम दिखायी नही पड रहा है,और आमा भुईला सरनागी,हलुआ वेलवरिया जंगल, वेलवरिया व बलुआ चौबे जैसे कुछ गावो को लेकर विकास खण्ड अधिकारी गौर द्वारा लगातार एक बर्ष से हाजिरी लगवाया जा रहा है और सरकार के सरकारी धन का दुरूपयोग बडे पैमाने पर करवाया गया है और करवाया जा रहा है,
सरकार के सरकारी धन का उपयोग विकास खण्ड अधिकारी द्वारा निष्ठा और इमानदारी से नही करवाया जा रहा है,और कमिशन के दम खम पर जमकर भ्रष्टाचार करवाया जा रहा है,
सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार विकास खण्ड अधिकारी गौर द्वारा पहले कमिशन का ऋण लेने का काम किया जा रहा है,और फिर फर्जी मास्टरोलो के जरिये फर्जी हाजिरीयो से सम्बन्धित को लाभ पहुचाने का काम किया जा रहा है,
विकास खण्ड गौर मे बर्ष 2024 मे करोडो रुपये को लेकर स्वीकृति हुयी थी और लगभग टारगेट के अनुसार पूरा भी करवाया जा चुका है लेकिन जमीनी स्तर पर विकास खण्ड का विकास नही दिखायी पड़ रहा है अगर सरकार के सरकारी धन के मानक अनुसार विकास खण्ड अधिकारी द्वारा 50%रुपये का उपयोग निष्ठा और ईमानदारी से करवाया गया होता तो विकास खण्ड गौर का विकास सर्वोच्च प्राथमिकता पर होता,लेकिन विकास खण्ड अधिकारी द्वारा अपने दायित्वो का निर्वहन परिपूर्ण जिम्मेदारियो से नही किया जा रहा है,और अपने दायित्वो का निर्वहन भ्रष्ट और भ्रष्टाचारियो के सहयोग मे लगाया जा रहा है
विकास खण्डों के कामो को खण्डित करने का काम विकास खण्ड के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी द्वारा ही किया जा रहा है,जिससे पूरे प्रदेश मे गरिमा बनाये हुये विकास खण्ड गौर का नाम -भ्रष्टाचार मे,सिर्फ कद उचा किया जा रहा है
विभिन्न गांवों के भ्रष्टाचार एंव फर्जी हाजिरीयो से लेकर,विकास खण्ड अधिकारी के.के.सिंह से जब भी पूछा गया तो उनके द्वारा कहा गया है जाँच करवा लिया गया है पेमेंट नही किया जायेगा और मास्टर रोल जीरो कर दिया जायेगा लेकिन महोदय न तो मास्टर रोल जीरो करते न तो पेमेंट ही रोक रहे है सिर्फ व सिर्फ गुमराह करने का काम महोदय द्वारा किया गया है और किया जा रहा है