खागा (फतेहपुर) धाता विकासखंड क्षेत्र के पाई गांव में चकबंदी अधिकारियों द्वारा गुमराह कर भेजी गई गलत रिपोर्ट को लेकर एक सप्ताह से पंचायत भवन में चल रहा आमरण अनशन तहसीलदार के आश्वासन पर समाप्त हो गया।
खागा तहसील क्षेत्र के धाता विकासखंड अंतर्गत पाई गांव निवासी रवि करण सिंह पुत्र जागेश्वर के ने बताया कि गाटा संख्या 411 में 0.51 80 हेक्टेयर भूमि भरी जमीन में गौशाला निर्माण हेतु प्रार्थना पत्र 8 जनवरी 2021 को जिलाधिकारी अपूर्व दुबे को दिया गया था जिसमें अधिकारियों ने चकबंदी अधिकारी सुभाष चंद तिवारी को आदेशित किया था जिस पर चकबंदी अधिकारी ने 19 जनवरी 2021 को गुमराह करके गाटा संख्या 411 गाटा नंबर में कमलेश अखिलेश आदि पुत्र गण दिवाकर निवासी बहादुरपुर आगा व श्रीमती कुसुमा देवी पत्नी रवि करण निवासी पाई के नाम अंकित है। जिसे उन्होंने गाटा संख्या 411 के बीचो बीच सड़क दिखा रहे हैं। और उन्होंने बताया कि सही न्याय न मिलने के कारण दिनांक 18 अप्रैल 2022 को चकबंदी अधिकारी के खिलाफ आमरण अनशन कर हटाने की मांग की जा रही थी जिसे 1 सप्ताह बाद खागा तहसील दार आकर अनशन को 3 दिन का आश्वासन देकर आमरण अनशन समाप्त करवा दिया ।और साथ ही सा सम्मान घर पर बिठाकर दूसरे दिन मंगलवार को तहसील में मिलने का आश्वासन दिया।

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