बस्ती।जनपद बस्ती मे सरकार कि सरकारी योजनाऐ धराशाही चुकी हैं और भ्रष्ट और भ्रष्टचारियों द्वारा लुट खसोट करने के लिये नये नये तरीको का इस्तेमाल किया जा रहा है,और बड़ी हैरानी कि बात यह है कि जिम्मेदार आलाअधिकारियों द्वारा ही भ्रष्टाचारीयो का संरक्षण किया जा रहा हैं, जब कभी भी जिम्मेदारी कि बात आती है तो जिला के जिम्मेदारो से ही मीडिया एंव समाज सेवक अपनी बातो को रखते हुये सवाल करते है परन्तू जिले के जिम्मेदार सी.डी.ओ और डी.सी.-मनरेगा संजय शर्मा महोदय जी से समाजिक कार्यकर्ताओं एंव मीडिया कर्मियों द्वारा जब भी कभी अपने बातो को रखते हुये जैसे ही सवाल किया गया हैऔर पूछा गया कि महोदय आप यह बतायिये महात्मा गॉधी -मनरेगा मे भ्रष्टचार जमकर करवाया जा रहा है और जनपद के सभी विकास खण्डो से भ्रष्टाचार की खबरे प्रकाशित किया जा रहा है,इसपर आपके द्वारा क्या कोई कार्यवाही किया जायेगा या फिर कोई कार्यवाही किया गया हो तो अवगत कर आइये तो महोदय जी नराज हो जाते है और खुद को बचाते बचाते बहानेबाजी करके निकल जाते है और काल डिस्कनेक्ट कर देते है आखिर इसका मुख्य कारण क्या हो सकता है क्या -मनरेगा साहब भी भ्रष्टाचार से संलिप्त है जो मीडिया कर्मियों को जबाब देना उचित नही समझते है जबकि महोदय जी को यह मालुम होना चाहिये कि सरकार द्वारा जो जिम्मेदारिया दिया गया है और जिसके के लिये जिम्मेदार बनाया गया है,अगर उस जिम्मेदारीयो का निर्वहन पूर्ण निष्ठा नही करोगे तो मीडिया और जनता सवाल तो करेगी और उसका जबाब देना ही उचित एंव न्यौचित है परन्तु डी सी -मनरेगा साहब शिकायतो,खबरो एंव मीडियाकर्मियों को नकारते रहते है और गुमराह करने का काम भी करते रहते है और तो और कि बात है महोदय की कार्यवाही करने मे भी हिल्ला हवाली करते रहते है
डी.सी मनरेगा साहब को यह भी मालुम होना चाहिये कि सम्विधान के अनुछेद 19 के तहत यह अधिकार दिया गया है कि मीडिया अपनी खबरे आजादी से प्रकाशित कर सकती है और कोई भी नागरिक हो वह अधिकारी समछ्य अपनी बात रख सकता है और सवाल कर सकता है लेकिन डी.सी.मनरेगा साहब पद और पैसो कि गर्मी मे मदमस्त होकर अपनी मनमानी करते रहते है,और ना तो समाजिक कार्यकर्ताओ के किसी भी बात पर ध्यान देते है,और ना ही मीडिया के बातो को सुनते है
आखिरकार योगी महाराज के सरकार द्वारा चलायी गयी मुहिम जीरो टॉलरेंस कहा तक सही साबित हो पायेगी जब डी.सी -मनरेगा साहब जैसे लोगो द्वारा ही जीरो टॉलरेंस नीति के खिलाफ काम किया जा रहा है,और अपने दायित्वो का निर्वहन निष्ठा से नही किया जा रहा है, और भ्रष्टाचारो मे सहयोग करने काम जिले के ही जिम्मेदारो द्वारा ही किया जा रहा है जब इसकी जानकारी लेने के लिये जब सी.डी ओ.से सम्पर्क किया गया तो सम्पर्क नही हो पाया उसके बाद जब डी.सी मनरेगा संजय शर्मा से सम्पर्क किया गया और जैसे बयाने मे सवाल किया गया तो बाते करते हुये काल डिस्कनेक्ट कर दिये