फतेहपुर।
अमौली कस्बे में स्थानीय पुलिस व कुछ तथा कथित सत्ता पक्षीय सफेद पोशों के संरक्षण में लम्बे अर्से से जुआ की फडों का बेखौफ रूप से संचालन किया जा रहा है।
इन जुआ फडों में स्थानीय ही नहीं बल्कि जनपदीय व अंतर्जनपदीय जुआरियों की भी आमद हो रही है। जो कि जुआ फड़ में हरजीत के दांव पेंच लगा लाखों के वारे न्यारे कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इन जुआ फडों व संचालकों के बावत स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं है।
बल्कि पुलिस को इन जुआ फडों व फड़ संचालकों के बावत पूरी जानकारी होने के बावजूद भी पुलिस इनके खिलाफ कार्यवाही की बजाय अनभिज्ञता का स्वांग रच रही है। जिसकी खास वजह जुआ फड़ संचालको द्वारा पुलिस को हर माह माहवारी के रूप में दिया जाने वाला अतिरिक्त लाभ है।
आम चर्चा के अनुसार पुलिस ने शनिवार की देर रात एक जुआ फड़ में छापेमारी कर हर जीत के दांव पेंच लगाते हुए रंगे हाँथ तीन जुआरियों को भी गिरफ्तार किया था।
जिनके खिलाफ कार्यवाही की बजाय पुलिस ने उनको सेटिंग गेटिंग का लाभ देते हुए छोड़ दिया। जिनके पास से पुलिस द्वारा एक बड़ी रकम बरामद करने के बाद उसके बंदरबांट की चर्चा भी आम होती रही।
हलांकि पुलिस ने इस प्रकार के आरोपों को मनगढ़ंत व निराधार करार दिया है।
मामले के बावत अमौली चौकी इंचार्ज आलोक तिवारी ने कहा कि जिन तीन जुआरियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से किसी प्रकार की नगदी नहीं बरामद की गई है। जिसके चलते पूंछतांछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है।