गृहमंत्री अमित शाह ने आज सदन में कहा कि “अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर एक फैशन हो गया है. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.”अमित शाह को अगर गोडसे, गोलवलकर, सावरकर से फुरसत मिल गई होती और अंबेडकर को पढ़ लिए होते, अंबेडकर को जान लिए होते, अम्बेडकर की भारतीय समाज में मौजूदगी और अहमियत देख लिए होते, तो शायद ऐसा कभी न बोलते.
डॉ. अंबेडकर ने करोड़ों वंचितों, शोषितों, मजलूमों, महिलाओं को उस जगह से निकाला है, जो नरक से बदतर जीवन जीने को मजबूर थे. उनके लिए स्वर्ग और स्वर दोनों दिया है बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के बनाये हुये सम्विधान के अनुरूप ही गृह मन्त्री है परन्तु अमित शाह जी दिमाग लगाकर न बात करके एक अनपढ ग्वारो की तरह बाबा साहब को अपमानित करने का काम किये हुये है, काग्रेस को नीचा दिखाने के चक्कर मे खुद इस विवादित वयानो मे फंस चूके है, जिसमे विपक्ष ने तो घेर ही लिया है और साथ मे पूरे देश कि जनता भी गृह मन्त्री के इस बयान से नाराजगी जता रही ,और सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करके गृह मन्त्री को माफी मागने के लिये मजबूर कर रही है और अटूट शब्दो का इस्तेमाल करके भला बुरा कह रही हैं दूसरी तरफ अमित शाह ने ट्वीटर पर ट्वीट करके लिखा है कि डा.बाबा साहब का अम्बेडकर का अपमानित करने का काम काग्रेस पार्टी द्वारा किया गया हैं, फिलहाल गृह मन्त्री के इस बयान पर जनता द्वारा सोशल मीडिया पर ट्रेंड किया जा रहा है बाबा साहब का अपमान करने से लोग भी आक्रोशित हो रहे है