📕ग़ाज़ियाबाद के जिला जज के तानाशाही पूर्ण रवैये के कारण. ,29 तारीख़ को अधिवक्ताओ के साथ घटित घटना के विरोध में बार काउंसिल के आह्वान पर बीते 4 नवंबर को खागा कचहरी के अधिवक्ता हड़ताल पर रहे फिर दूसरे दिन 5 नवंबर को भी अधिवक्ताओ ने ग़ाज़ियाबाद के अध्यक्ष के आह्वान पर हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया। हड़ताल पर रहते हुए मॉडल बार खागा के अध्यक्ष राम चंद्र श्रीवास्तव तथा पूर्व अध्यक्ष केश चंद्र मिश्रा व महिला अधिवक्ता नीतू जयसवाल ने सामूहिक रूप से बताया की गाज़ियाबाद के जिला जज ने अधिवक्ताओ के साथ अपराधियों की तरह बर्ताव किया है ताना शाही के चलते उन्होंने पुलिस को बुलाकर सरेआम अधिवक्ताओ को लठियो से पिटवाया जिसमे बहुत से अधिवक्ता घायल हुए है। इसमें पावर का दुरुप्रयोग कर उल्टा अधिवक्ताओ पर झूठा मुकदमा लिखवा दिया गया। मालूम हो की इससे पूर्व बीते 4 नवंबर को खागा मॉडल बार के सारे अधिवक्ताओ ने प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम खागा को सौंपा था जिस्मे प्रमुख मांगे ये थी की ग़ाज़ियाबाद के जिला जज के विरुद्ध वाद चला कर उन्हें बर्खास्त किया जाए, दोषी पुलिस कर्मियो के विरुद्ध मुकदमा चलाया जाए , पीड़ित अधिवक्ताओ को मुआवज़ा दिया जाए, अधिवक्ताओ पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लिए जाने जैसे मांगे की गई है हड़ताल व विरोध प्रदर्शन में केशचंद्र मिश्रा एडवोकेट, धर्मेंद्र सिंह, कृष्णाकांत त्रिवेदी, आशुतोष पांडेय, राजकुमार दुबे, महेंद्रराज सिंह, अरविंद पांडेय, अतुल मिश्रा, कपिल यादव, अखिलेश अग्रहरि, एसडी शुक्ला (भोले), दीपक तिवारी, शालू अग्रहरि राजेंद्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, संजय सिंह,शकील सिद्दीकी, इसराइल फारूकी, लक्षमीशंकर अवस्थी, रामसखा द्विवेदी, धीरेंद्र गुप्ता, अजय सिंह,

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here