असोथर/फतेहपुर

रामनगर कौहन ,मरका के मध्य यमुना नदी में जैसे तैसे पुल तो बन गया लेकिन पुल का एप्रोच मार्ग उद्घाटन से पहले ही टूट गया और पुल कि रंगाई-पुताई प्रकाश व्यवस्था,संकेतक बोर्ड लगाना सेतु निगम भूल गया यहां से बड़े वाहनों का आवागमन नहीं सुरु हो पाया पहली बरसात में ही दोनों तरफ के पहुंच मार्ग धंस कर टूट गये लोड वाहन निकलना अब संभव नहीं है
वर्ष 2011 मे तत्कालीन मुख्य-मंत्री मायावती के द्वारा यमुना नदी में रामनगर कौहन मरका के मध्य पुल निर्माण की आधारशिला रखी गई थी और 5 साल में पुल को बनाकर तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित था लेकिन विभागीय अधिकारियों कि धींगामुश्ती और धनाभाव के चलते पुल का निर्माण कार्य रेंगते-रेंगते किसी तरह से 15 साल में पूरा हुआ पुल बनकर तैयार तो हो हुआ लेकिन बड़े वाहन निकलना मुमकिन नहीं है
अगस्त 2022मे रक्षाबंधन के दिन मरका घाट पर नाव डूबने से बड़ी दुर्घटना हुई थी नाव में सवार करीब वीस लोगों की मौत के बाद शासन प्रशासन कि तंद्रा टूटी और पुल का स्ट्रेक्चर नब्बे करोड़ रुपए लागत से बन कर खड़ा हो गया तीन बार स्टीमेट रिवाइज होने के बाद भी पुल में रंगाई पुताई प्रकाश एवं याता यात संकेतक बोर्ड लगाने का कार्य अधूरा है सेतु निगम चित्रकूट कर्वी व बांदा इकाई के द्वारा जल्दबाजी में पुल और सड़क का घटिया निर्माण कार्य कराया गया है यह आरोप नागरिकों का है जिनको सुहाने सफर की सौगात नहीं मिल पायी अभी भी बड़े वाहनों को 40 किलो मीटर का चक्कर लगाकर बबेरु विसंडा बांदा कि यात्रा करनी पड़ती है
सेतु निगम के अवर अभियंता दशरथ सिंह का कहना है कि एप्रोच मार्ग की मरम्मत और रंगाई पुताई कि प्रक्रिया चल रही है

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