बस्ती । भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन के नेतृत्व में मोर्चा पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। मांग किया कि विकास खण्ड बस्ती सदर के कम्पोजिट विद्यालय तकिया डारीडीहा से निलम्बित प्रभारी प्रधानाध्यापिका सुमन को पुनः पद स्थापित किया जाय। ज्ञापन देने के बाद आर.के. आरतियन ने बताया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जातीय मानसिकता से ग्रसित होकर 2 अक्टूबर 2023 को राष्ट्रीय अवकाश के दिन प्रधानाध्यापिका सुमन को निलम्बित कर दिया था। शिक्षिका सुमन हाईकोर्ट इलाहाबाद के शरण में गई। हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि शिक्षिका सुमन को विकास खण्ड बस्ती सदर के कम्पोजिट विद्यालय तकिया डारीडीहा मूल विद्यालय पर पद स्थापित किया जाय। इसके बावजूद बीएसए ने अभी तक शिक्षिका को मूल विद्यालय पर पदस्थापित नहीं किया गया है। चेतावनी दिया कि यदि एक सप्ताह के भीतर शिक्षिका को पदस्थापित न किया गया तो मोर्चा आन्दोलन को बाध्य होगी।
बहुजन मुक्ति पार्टी के मण्डल अध्यक्ष हृदय गौतम ने कहा कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश के बावजूद विकास खण्ड बस्ती सदर के कम्पोजिट विद्यालय तकिया डारीडीहा से निलम्बित प्रभारी प्रधानाध्यापिका सुमन को पुनः पद स्थापित नहीं किया जा रहा है। शिक्षिका सुमन ने जिलाधिकारी को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर आग्रह किया था कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश के अनुरूप उन्हें कम्पोजिट विद्यालय तकिया डारीडीहा में प्रभारी प्रधानाध्यापिका के रूप में तैनात किये जाने के साथ ही अगस्त माह के पूर्व का बकाया वेतन उपलब्ध कराया जाय। आदेश के बावजूद बीएएसए स्तर पर उन्हें अभी तक पूर्व पद पर बहाल नहीं किया गया है इससे उसका परिवार घोर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। शिक्षिका सुमन को मूल विद्यालय पर पदस्थापित कराया जाय।
ज्ञापन देने वालो में मुख्य रूप से ठाकुर प्रेमनन्द बंशी, चन्द्रिका प्रसाद, बुद्धि प्रिय पासवान, सुनील कुमार कन्नौजिया, रामकिशोर ठाकुर, भूपेन्द्र चौधरी आदि शामिल रहे।

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