रामनगर/बाराबंकी।

धर्मजागरण बाराबंकीधाम उ.प्र. संयोजक अमित अवस्थी ‘अधिवक्ता’ ने लखपेड़ाबाग बाराबंकी से सभासद रहते डेंगू के कारण स्वर्गवासी हो गए अतुल श्रीवास्तव (41 वर्ष) के परिजनों से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शिष्टाचार भेंट की।
अतुल श्रीवास्तव की धर्मपत्नी शालिनी श्रीवास्तव जो वर्तमान में लखपेड़ाबाग में ही अपने सास ससुर ज्येष्ठ के साथ ही निवास कर रही हैं ने बताया कि जिस समय पति की मृत्यु (दि.24-10-2022) हुई उस समय वह भी डेंगू से पीड़ित होने के कारण अस्पताल में भर्ती थीं जिस कारण पति के पार्थिव शरीर को भी देखन उन्हें नसीब नहीं हुआ, वर्तमान में उनके तीन छोटे-छोटे बच्चे मारुत(10 वर्ष), कार्तिकेय(8 वर्ष),व चंद्रमौलि(6 वर्ष) हैं।
विदित हो नगर पालिका चुनाव में श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव ने संघ और भाजपा के जिले के नेताओं से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक से अपने पति की मृत्यु से रिक्त हुई सीट पर चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी की थी किंतु उन्हें टिकट नहीं दिया गया। जन भावनाओं को देखते हुए वह निर्दल ही मैदान में जनता के बीच गईं और बहुत कम मतों के अंतर से उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा।
वह कहती हैं कि संघ के कार्यक्रमों में अपने हाथों से भोजन आदि की व्यवस्था करती रहीं, पार्टी के बड़े नेताओं का घर पर आना जाना लगा रहा लेकिन पति की मृत्यु हो जाने के पश्चात किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति का सहयोग नहीं मिला न किसी ने हाल ही पूछा अन्यथा आर्थिक सहयोग के रूप से तीन बच्चों का विद्यालय में शुल्क ही कम कराया जा सकता था। अतुल श्रीवास्तव के पिता जयनरायन लाल श्रीवास्तव दुःखी मन से कहते हैं कि जब सांसद होते हुए लोग अपनी पत्नी के लिए विधानसभा टिकट की मांग कर सकते हैं तो सभासद पति की मृत्यु हो जाने पर जनाकांक्षाओं को देखते हुए अतुल की पत्नी ने यदि सभासद के लिए टिकट मांगा तो कौन सा अपराध कर दिया। संगठन बड़े नेता की मृत्यु हो जाने पर उसकी पत्नी को स्वाभाविक दावेदार मान सकता है तो छोटे कार्यकर्ता के साथ ऐसा व्यवहार ‘पार्टी विद डिफरेंस’ वाले संगठन में समझ से परे है।
मोदी, योगी से प्रभावित परिजनों और उनके शुभचिंतकों ने बताया कि कई नेताओं से अतुल श्रीवास्तव की पत्नी शालिनी को सभासद नामित करने की मांग की गई किंतु अब तक किसी जिम्मेदार ने कोई आश्वासन नहीं दिया है।
इस अवसर पर परिजनों को ढांढस बंधाते हुए अमित अवस्थी ‘अधिवक्ता’ ने बच्चों को प्यार दुलार किया। साथ में अतुल अधिवक्ता भी थे।

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