आरोप सिद्ध होने पर छोड़ दूंगा प्रधानी:जैनुल्लाह,
वरना झूठा इल्जाम लगाने वालो पर होगा मानहानि का केश
रुधौली, बस्ती। विकासखंड रुधौली के ग्राम पंचायत हटवा में विपक्षों द्वारा उच्च अधिकारी से मिलकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था लेकिन जब ग्राम प्रधान जैनुल्लाह से बात की गई तो बताया कि जमीनी रंजिश को लेकर विपक्षियों द्वारा उच्च अधिकारियों से शिकायत कर हमारे खिलाफ साजिश किया गया फरवरी मार्च 2024 को इशहाक अहमद के घर से पोखरे तक लगभग 2 लाख आठ हजार रुपए की लागत से नाली का निर्माण करवाया था लेकिन विपक्षी इशहाक,इश्तियाक, नईम जफर,मोहम्मद नईम,सफीकुर रहमान, नाली निर्माण की जमीन को अपना बताते हुए रातों-रात जेसीबी से खुदवा कर सरकारी संपत्ति का नुकसान किया जिसको लेकर ग्राम प्रधान जैनुल ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई न होने के चलते खंड विकास अधिकारी रुधौली से शिकायत की थी आदेशानुसार क्षतिग्रस्त करने वालों के ऊपर मुकदमा पंजीकृत किया गया था। पीड़ित ग्राम प्रधान ने बताया कि पूर्व प्रधान (धर्मपत्नी) शमीमा खातून ब्रेन हेमरेज/ लकवा के चलते अक्सर इलाज हिट मुंबई आना-जाना लगा रहता था जिसका फायदा उठाकर विपक्षी लोग नाली को उखड़वा दिए जब इसके बारे में उन लोगो से कहा गया तो गाली गलौज देकर मरवाने की धमकी दे डाले। क्योंकि प्रधान अपने घर में अपने पत्नी के साथ अकेले रहते हैं। पीड़ित प्रधान ने बताया कि विगत 40 वर्षों से 1982 से लेकर 2005 तक घर में खुद जैनुल्लाह अथवा उनकी पत्नी शमीमा खातून रहती थीं इसके बाद दलित समाज की सीट हो जाने से अपने ही खास राम लुटावन को ग्राम प्रधान बनवाया था और उनके प्रतिनिधि के तौर पर गांव की सेवा की। पुनः 2015 से पत्नी के बाद खुद प्रधान बना हूं।यदि किसी तरह का भ्रष्टाचार किया गया होता तो गांव के बगल में स्थित सिसवारी गांव पर बेसकीमती सड़क की ज़मीन बेचकर इलाज नहीं करवाना पड़ता। गांव में लगातार विकास होने के चलते यहां की जनता ने पंचायत में स्थित मदरसा का भी अध्यक्ष बनाया था।
जबकि अन्य ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2007-08 में क्षेत्र पंचायत द्वारा नाली का निर्माण करवाया गया था और पुनः उसी नाली के निर्माण हेतु वर्ष 2021 में तत्कालीन प्रधान द्वारा कार्य कराया गया था सरकारी काम में बाधा डालने व इंटरलॉकिंग उखड़ने वालों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत होने के बाद लोग कार्य योजना के अनुरूप आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। जबकि शिकायतकर्ता खुद बंजर की भूमि में कब्जा कर रखा है यदि राजस्व द्वारा पैमाईश करवा दिया जाए तो खुद खाली हो जायेंगे।शिकायतकर्ता चूंकि लखनऊ में डॉक्टरी के चलते पैसे वाला समझता है और पैसे के रसूख के दम पर सारा खेल कर रहा है।खुद को आईजी का डॉक्टर बताता है और कोई काम करवाने व गांव को तबाह करने की बात भी करता है।हालांकि मार्च माह मीडिया टीम द्वारा रोजगार सेवक संजय कुमार द्वारा मनरेगा कार्य में भ्रष्टाचार व फर्जी हाजिरी लगाने की खबर प्रकाशित की गई थी। तेलहयिया गडही खुदाई कार्य ने कुल दो लाख चौरासी हजार रुपए लगभग,सुननहिया गढ़ही से मुमताज के चक तक नाला खुदाई में सैतालिस हजार रुपए, नसीम के घर खरगोनहिया गढही तक नाला खुदाई कार्य में दो लाख चौरासी हजार रूपए में जमकर मजदूरों को लेकर फर्जीबाडा किया गया था।क्योंकि ग्राम प्रधान की गैरमौजूदगी में मनरेगा हाजिरी के सापेक्ष कम मजदूर व बाहर रहने वाले लोगो की फर्जी हाजिरी रोजगार सेवक संजय द्वारा लगाई गई थी मामला तूल पकड़ने के बाद काम 12वें दिन बंद कर दिया गया था।जबकि हकीकत यह है कि विगत कई वर्षों से पूर्व प्रधान नईमुद्दीन के पाटीदार राजनीतिक वैमनस्यता के चलते सारे इल्जाम लगाए जा रहे हैं। यदि जांच में किसी भी प्रकार का हमारे खिलाफ आरोप सही पाया गया तो मैं खुद प्रधानी से इस्तीफा दे दूंगा। और नहीं पाया गया तो उनके ऊपर मानहानि का दावा पेश करूंगा।