संविधान बचाओ गीत
दस वर्षों का खेल-तमाशा, तुम्हें दिखाता हूं
क्या-क्या जुल्म हुए जनता पर, तुम्हें बताता हूं
इनकी करतूतें सुन लोगे, हैरत में पड़ जाओगे
इतनी शर्म लगेगी तुमको,धरती में गड़ जाओगे
नहीं समझ पाए तो आगे जीवन भर पछताना है
लाना है जी लाना है जी…
रोजी छिन गई,रोटी छिन गई,छिन गए सारे काम
सरकारी संपत्ति हो गई, कुछ लोगों के नाम
दस वर्षों तक पेट काटकर, किसी तरह जी पाए
सूख गए आंखों के आंसू, बाहर कभी न आए
समझदार हो,समझदार को यारो क्या समझाना है
लाना है जी, लाना है जी…
बिना दाल के सूखी रोटी, खाने पर मजबूर किया
देश के दहकानों को भी,मर जाने पर मजबूर किया
मणिपुर की बेटी बहनों पर, किसने अत्याचार किया
दुष्कर्मी प्रज्वल की खातिर,किसने यहां प्रचार किया
रेपिस्टों की गवरमेंट को अबकी बार हटाना है
लाना है जी लाना है जी…
सेना की नौकरी छीन ली, चपरासी की भर्ती
फसल खा गए आवारा पशु, खेती हो गई परती
झूठे जुमले,हिंदू,मुस्लिम, अंटशंट के नारे
गली-गली,चौकी,चौराहे, बिछा दिए अंगारे
नफ़रत फैलाने वालों को, अबकी मार भगाना है
लाना है जी,लाना है जी, गठबंधन को लाना है
लाखों लाख नौकरी होंगी, महिलाएं लखपती बनेंगी
एमएसपी की गारंटी है, फर्जी सब धाराएं हटेंगी
पिछड़ों की जनगणना होगी, मनरेगा का रेट बढ़ेगा
महंगाई से मुक्ति मिलेगी, हर गरीब का पेट भरेगा
गठबंधन की घोषणाओं को घर-घर तक पहुंचाना है
लाना है जी,लाना है जी, गठबंधन को लाना है
मेघों ने अंगड़ाई ली है, मौसम शायद बदल रहा है
दुख के तारे डूब चुके हैं,सुख का सूरज निकल रहा है
एक हाथ अखिलेश हमारा, दूजा राहुल गांधी है
बोल रही है सारी जनता, परिवर्तन की आंधी है
अबकी चूक हुई तो बंधू, सारा कुछ लुट जाना है
लोकतंत्र और संविधान को यारो हमें बचाना है
गूंज रहा हर तरफ़ इंडिया,पीडीए को जिताना है
लाना है जी, लाना है जी, गठबंधन को लाना है