प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ स्वास्थ् ब्यवस्थाओ को लेकर काफी गंभीर है। खास कर गर्भवती महिलाओं के प्रति उनके लिए तरह तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। जिससे गर्भवती महिलाओं को किसी तरह की समस्या न हो लेकिन जिले में स्वास्थ् महकमा पूरी तरह से बेलगाम है। वह सुधरने का नाम नही ले रहा जिसके चलते आये दिन कोई न कोई मामला सामने आ ही जाता है। महिला जिला अस्पताल में मरीज़ के परिजन यह सोचकर आते है कि उनके मरीज़ को सरकारी सुविधाव का लाभ मिलेगा। मगर यहाँ आने के बाद उनका सारा भरम दूर हो जाता है। यहाँ बैठे ज़िम्मेदार सरकार द्वारा मोटा वेतन मिलने के बाद भी धरती का भगवान कहे जाते है। मगर कारनामे ऐसे की भगवान तो क्या इंसान कहलाने के लायक नही है इंसानियत भी पूरी तरह से उनकी मर चुकी है। उनको तो अपने सुविधा शुल्क से मतलब मरीज़ से उनका कोई लेना देना नही है।
पूरा मामला फतेहपुर जिले के महिला जिला अस्पताल का है जहाँ हुसैगंज थानां क्षेत्र के कोल्हौर गाँव निवासी अनुज तिवारी ने 24 जून को 12 बजे दिन में अपनी गर्भवती पत्नी गायत्री देवी के प्रसव पीड़ा होने पर प्रसव कराने के लिए महिला जिला अस्पताल में भर्ती किया। जिसको रात 1: 30 मिनट पर ऑपरेशन द्वारा पुत्र की प्राप्ति हुई ऑपरेशन भी बिना सुविधा शुल्क के नही किया गया। वहीँ प्रसूता के पति अनुज तिवारी ने बताया कि उसकी पत्नी को प्रसव होना था। जिसे लेकर 24 जून दोपहर 12 बजे भर्ती किया था रात को डॉक्टर अर्चना आई और कहने लगी तुम्हारी पत्नी को नार्मल प्रसव नही होगा। ऑपरेशन करना पड़ेगा जिसके लिए तुमको 6 हज़ार रुपए अभी जमा करने होंगे। हमारे पास 5 हज़ार रुपए थे वह उनको दे दिए और कहा कि आप ऑपरेशन करे हम पैसा लेकर आते है। उनका जवाब था जब तक पूरा 6 हज़ार नही जमा करोगे तब हम कुछ नही करेंगे। रात को शहर में एक अपने जानने वाले से उधार रुपये लाकर पूरा 6 हज़ार डॉक्टर अर्चना को दिया। जब तक मेरी पत्नी स्टेचर पर डेढ़ घंटे प्रसव पीड़ा से तड़पती रही मगर डॉक्टर को रहम नही आया। 6 हज़ार रुपए मिलने के बाद हमारी पत्नी का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन करने के बाद एक बार भी हमारी पत्नी को डॉक्टर अर्चना देखने नही आई। कई बार उनको फोन किया मगर वह कोई न कोई बहाना कर देती थी। ऑपरेशन के बाद डॉक्टर के न देखने से हमारे मरीज़ के दो टांके कच्चे रह गए जिसकी ज़िम्मेदार डॉक्टर अर्चना है। वहीँ जब इस मामले में महिला सीएमएस रेखा रानी से बात करनी चाही तो खुद को मीटिंग में होने की बात करते हुए फोन काट दिया।