अति व्यस्त आगरा-दिल्ली मार्ग पर सहज, सुचारु और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के लिए स्थापित की गई नई इंटरलॉकिंग
आगरा- उत्तर मध्य रेलवे ने महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार के नेतृत्व में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए आगरा मंडल के तीसरे बड़े यार्ड “बाद” में यात्री यार्ड रीमॉडेलिंग और फराह-बाद तीहरीकरण लाइन कार्य के संबंध में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का काम 08 मार्च को सम्पन्न हुआ। ज्ञात हो कि, बाद यार्ड आगरा मंडल का तीसरा सबसे बड़ा यार्ड है। Kyson मेक की इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को आगरा डिवीजन के आगरा कैंट-मथुरा सेक्शन के बाद स्टेशन पर कमीशन किया गया है। इस प्रकार ट्रेन संचालन को अधिक सुचारु बनाने के लिए नई इलेक्ट्रॉनिक इंटर्लॉकिंग के माध्यम से 359 रूट मिल जाएंगे। नई इंटरलॉकिंग सेक्शन में सुरक्षित और सहज ट्रेन संचालन सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
इस जटिल और महत्वपूर्ण कार्य में 47 पॉइंट मशीनें (36 नए और 11 मौजूदा), 28 सिग्नल और 41 शट सिग्नल शामिल थे। डीसी ट्रैक सर्किट और MSDAC के साथ में पूरे यार्ड में अतिरिक्त ट्रैक सर्किटिंग भी प्रदान की गई है। सिग्नलिंग उपकरणों के लिए विश्वसनीय बिजली की आपूर्ति के लिए 04 नग एकीकृत बिजली आपूर्ति प्रणाली प्रदान की गई है। संरक्षा संबंधी तैयारियों को बेहतर करने और बेहतर मॉनिटरिंग के लिए 04 इफ़ेक्ट्रोनिक्स डेटा लॉगर (बाद सेंट्रल, एक केबिन, बी केबिन, सी केबिन) भी प्रदान किया गया है। इन डॉटा लॉगर को नियंत्रण कार्यालय से ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। 03 ग्लोबल मेक नई बिजली संचालित लिफ्टिंग बैरियर लेवल क्रॉसिंग नंबर -522 पर, 523,524 भी मौजूदा ओवरएड बैरियर के स्थान पर प्रदान किया गया है।
सिग्नलिंग उपकरणों की सुरक्षा और परिसंपत्ति विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए अर्थ लीकेज डिटेक्टरों, फ्यूज अलार्म सिस्टम, फायर अलार्म सिस्टम को भी प्रदान किया गया है।