संविधान रक्षक समाचार पत्र तहसील रामनगर संवाददाता
रिपोर्ट – आफताब आलम
रामनगर बाराबंकी।
कस्बा रामनगर स्थित मोहल्ला धमेड़ी 2 में चक्रवर्ती अवस्थी के द्वारा आयोजित नव दिवसीय सरस संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिवस पर अयोध्या धाम की सिद्ध पीठ मां कामाख्या धाम से आई कथा वाचिका मानस मरलिका दीप माला पांडेय ने कहा कि संत मिलन को जाइए, तज माया अभिमान, ज्यों ज्यों पग आगे धरे, कोटि यज्ञ समान। जब तक परमपिता परमेश्वर की अतीम अनुकंपा नही होती है। तब तक मनुष्य धर्म कर्म नहीं करता है क्योंकि ईश्वर सभी जीव जंतु पशु पक्षी में विद्यमान हैं। आज के युग में ईश्वर का नाम ही काफी है। कलयुग केवल नाम अधारा,सुमरि सुमरि नर उतरै पारा। कलयुग में केवल भगवान के नाम का जब ही मनुष्य को संसार के गहरे समुद्र से पर लगाने के लिए पर्याप्त है कलयुग की आयु 4लाख 32 हजार वर्ष है। जिसमें से अभी तक 5 हजार वर्ष बीतीत हुए हैं। जब भगवान का 24 वां अवतार होगा तभी इस कलयुग का अंत होगा। सहित श्री नारद,सनत कुमार, वेदव्यास, गुरु की महिमा, बताते हुए कहा कि गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लग पायं,बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बतायं, गुरु की महिमा अनंत हैं। भगवान से भी बढ़कर गुरु को माना गया है। सहित अनेक मार्मिक प्रसंग सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हुए।