मंडल ब्यूरो प्रमुख
दरियाबाद,बाराबंकी। जी हां! पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है। वह धरातल की सच्चाई और समस्याओं को जिम्मेदारों तक पहुंचाने का कार्य करता है लेकिन यही सच्चाई दिखाना कभी – कभी उसके लिए व उसके परिवार को भारी पड़ जाता है। पूरा मामला जनपद बाराबंकी के विकासखंड दरियाबाद का है। जहां बीते 27 अप्रैल को कंपोजिट विद्यालय गाजीपुर की देश के तमाम समाचार पत्रों व न्यूज चैनलों में वहां की जमीनी हकीकत पत्रकारों द्वारा दिखाई गई। विद्यालय की खुलती पोल कुछ शिक्षकों को रास नहीं आई, जिस कारण वे लोग पत्रकारों को धमकाने व दबाने का प्रयास जारी कर दिए। सोमवार को मोबाइल नंबर 7376240847 से पत्रकार आशीष सिंह को फोन आता है अपने को दरियाबाद शिक्षक संघ का अध्यक्ष शिवकुमार गुप्ता बताते है और बीआरसी दरियाबाद से बोलने की बात कहते है व पत्रकार को धमकाने का प्रयास करते है। कहते है दरियाबाद आओगे या नहीं… नहीं तो.. ऐसा कहकर फोन काट देते है। दूसरा फोन 9453177519 इस नंबर से आता है और कहते है मैं सुनील त्रिपाठी दरियाबाद शिक्षक संघ का अध्यक्ष हूं। अब कौन अध्यक्ष यह भी संशय है, पद का दुर्पयोग और शिक्षक संघ को बदनाम करने की नाकाम कोशिश आखिर क्यों? फिलहाल इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी दरियाबाद से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस नाम का कोई अध्यक्ष नहीं और दूसरी चीज वह बीआरसी में क्यों बैठेगा? उसे विद्यालय मिला है वहां बच्चों के पठन – पाठन का कार्य करें। अब अगर तथाकथित अध्यक्ष स्वयं को बीआरसी में बैठने की बात कहते है तो इसका मतलब विद्यालय के कार्य नहीं करते है। इस पूरे घटना की शिकायत पत्रकार द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई है। अब उच्चाधिकारी पत्रकार हित को देखते हुए क्या कार्रवाई करते है या फिर कागजी लीपापोती कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देना उचित समझेंगे ? फिलहाल पत्रकार समाज में इस घटना से रोष व्याप्त है,सभी पत्रकारों ने उच्चाधिकारियों से ऐसे तथाकथित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।