दीपक कुमार मिश्रा
सिरौलीगौसपुर। संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर की सी एम एस की मनमानी दो महिला चिकित्सकों का बेतन काटने की बात पर आज 11 बजे से चिकित्सालय के डाक्टरों ने ओपीडी का वहिष्कार कर अपने कक्षों से बाहर निकल आए। यह बात सुन सी एम एस के हाथ पांव फूल गए सभी डाक्टरों को अपने कक्ष 32 नम्बर में वार्ता को बुलाया करीब 30 मिनट तक चली वार्ता के पश्चात 11 बजकर 40 मिनट से पुनः ओ पी डी चालू हुई अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल हो गया मरीज व तीमारदार खांसे परेशान दिखे ।
मामला संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर का है जंहा की सी एम एस डाक्टर नीलम गुप्ता की मनमानी चरम पर है विगत दिनों जिला अधिकारी की फटकार के बावजूद उनकी कार्यशैली में बदलाव नहीं आ रहा है। इस संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर के अधीक्षक डाक्टर नीरज वर्मा डाक्टर गौरव कृष्ण, डाक्टर गौरव नारायण, डाक्टर धीरेन्द्र पटेल डाक्टर अविनाश कुमार उपाध्याय डाक्टर इकबाल डाक्टर एम के गुप्ता सर्जन डाक्टर तथीर फातिमा, डाक्टर नेमश्री आदि 8 बजे सुबह से ओपीडी में मरीजों को देख रहे थे। की करीब 10,30 बजे पंहुची सी एम एस ने ओ पी डी कक्षों का निरीक्षण किया इसी दौरान दो महिला चिकित्सकों की मेडिको लीगल के मामले में बेतन काट देने की बात कही तो डाक्टरों ने उनसे कहा उस दिन सी एच सी की महिला चिकित्सकों की ड्यूटी थी बेतन काटें तो उनका कांटे हमारा क्यूं यह बात जैसे ही समस्त डाक्टरों के पास पंहुची ओपीडी कर रहे समस्त महिला पुरुष चिकित्सक अपने कक्षों से बाहर आ गए मरीजों में अफरा तफरी का माहौल हो गया। संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर के द्वितीय तल सी एम एस रुम तक जब बात पंहुची तो सी एम एस के हाथ पांव फूल गए। उन्होंने तुरन्त अधीक्षक डाक्टर नीरज वर्मा को दूरभाष पर डाक्टरों सहित 32 नम्बर अपने कक्ष में बुलाया जंहा सी एम एस एंव डाक्टरों के मध्य काफी नोक झोंक भी हुयी 30 मिनट तक बैठक चली और बात बनने पर डाक्टरों ने 11,40 से पुनः ओ पी डी चालू की। वरिष्ठ चिकित्सक डाक्टर ए के सिन्हा, डाक्टर ए के प्रियदर्शी डाक्टर एम के गुप्ता सर्जन डाक्टर तथीर फातिमा डाक्टर नेमश्री डाक्टर गौरव कृण्ण, डाक्टर धीरेन्द्र पटेल, डाक्टर अविनाश कुमार उपाध्याय डाक्टर इकबाल आदि ने वार्ता में कहा कि वह लोग सुबह 8 बजे से ओ पी डी में मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर दवायें दे रहे थे ।सूत्र बताते हैं कि आशा बहु, ए एन एम का कमीशन बाजी का गोरख धंधा चल रहा है। प्रसव के लिए आने वाले मरीजों की हालत बद्दतर कर संयुक्त चिकित्सालय में भेजा जाता है।आशा प्रायवेट अस्पतालों में मरीजों को लेकर पंहुच जाती हैं जिन्हें वंहा अच्छा कमीशन मिलता है। माह में 1,9,16,26, तारीख को महिलाओं के अल्ट्रासाउंड टैफी के यंहा टोकेन देकर फ्री किये जाते हैं किन्तु आशा बहुंये अपने कमीशन के चक्कर में मरीजों के अल्ट्रासाउंड अपने पास से करवाने के लिए विवश कर मरीजों का शोषण कराया जा रहा है। संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर में सीजर्श आपरेशन की ब्यवस्था होने के बावजूद उन्हें यंहा से रेफर किया जाता है वह जिला महिला अस्पताल में पंहुचाने के बजाय प्रायवेट अस्पतालों को ले जाती हैं।विदित रहे कि स्वर्गीय वेनी प्रसाद वर्मा ने तराई क्षेत्र के ग्रामीणों के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने को लेकर करोड़ों रुपए की लागत से संयुक्त चिकित्सालय, सी एच सी भवनों के निर्माण के साथ ही साथ करोड़ों रुपए के स्टून मेंट बेड आदि की ब्यवस्था कराई थी