बिग ब्रेकिंग न्यूज़ फतेहपुर

अमौली ब्लाक परिसर में पत्रकारों को धमकाने का नोटिस चश्पा का मामले का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा जहां एक तरफ माननीय न्यायालय व सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति को ठेंगा दिखा रहे ग्राम प्रधान के खिलाफ क्षेत्रीय पत्रकारों ने खबर प्रकाशित किया तो प्रधान ने रौब झाड़ते हुए पत्रकारों के खिलाफ शासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए एक तुगलकी की फरमान जारी करते हुए अमौली ब्लाक परिसर में एक नोटिस चश्पा करवा दिया जिसमें लिखा था कोई भी पत्रकार प्रधान संघ की कुर्सियों में बैठने की गलती ना करें अन्यथा उसको बेइज्जत किया जाएगा नोटिस की जानकारी जैसे ही पत्रकारों को हुई तो या खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और पूरे जनपद के सभी पत्रकारों में आक्रोश फैल गया आक्रोशित होकर सभी पत्रकारों जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर जिम्मेदारों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करने पहुंचे थे कि कलेक्ट्रेट परिसर का नजारा कुछ अलग ही था वहां पर पहले से मौजूद प्रधान संघ अध्यक्ष सत्यनारायण पटेल प्रधानों के साथ मिलकर पत्रकारों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे वहीं प्रधान संघ अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान बताया कि चश्पा नोटिस के जरिए उनको बदनाम करने के लिए एक पत्रकार ने ही चश्पा किया है उस दिन वह कहीं बाहर गए हुए थे जब पत्रकारों ने सवाल किया कि जब आपने देखा नहीं तो कैसे पता लगा तो प्रधान की बोलती बंद हो गई वहीं जब पत्रकारों ने ब्लॉक परिसर में सीसीटीवी फुटेज की बात कही तो प्रधान ने बताया कि ब्लॉक परिषद में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं अगर प्रधान के कथन सही है तो सक्षम अधिकारियों की बड़ी चूक है जहां एक तरफ जिला शासन प्रशासन अभियान त्रिनेत्र के तहत सभी व्यवसायिक संस्थानों पर कैमरा लगवाने की बात करते हैं और सरकारी कार्यालय में नहीं लगा यहां पर तो चिराग तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ होती है

इनसेट – वैसे अगर देखा जाए प्रधान संघ अध्यक्ष का जलवा भी कुछ काम नहीं है इनका अगर पुराना इतिहास पर नजर डाली जाए तो दिनांक 16.06.2018 को पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पुलिस वह आबकारी की टीम ने फार्म हाउस पर छापेमारी करके अवैध शराब की बड़ी खेप पकड़ी थी जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 20 लाख रही होगी जिसमें प्रधान संघ अध्यक्ष सहित पांच लोगों के ऊपर बड़ी कार्रवाई की गई थी फिर दिनांक27/ 9/ 2022 को एक किसान की जमीन में जबरन कब्जा करने के मामले भी थाना चांदपुर में सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की गई थी फिलहाल कुछ भी हो हम और हमारा अखबार कोई पुष्टि नहीं करता है फिर भी बड़ा सवाल यह उठता है कि ऐसे संगीन अपराधों में संलिप्त व्यक्ति को प्रधान संघ ने अध्यक्ष कैसे बना दिया फिलहाल या तो जांच का विषय है परंतु अब देखना यह है कि जिला अधिकारी के द्वारा क्या निर्णय लिया जाएगा क्या पत्रकारों के सम्मान के लिए जिला अधिकारी उठाएंगी ठोस कदम या फिर दबदबा बना रहेगा❓

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