दीपक कुमार मिश्रा

बाराबंकी।
बाराबंकी शहर से लेकर गांव तक की सड़कों पर दौड़ते ई-रिक्शा यात्रियों के लिए पंजीकृत कराए गए हैं। लेकिन ज्यादातर ई-रिक्शों का इस्तेमाल मालवाहक के रूप में किया जा रहा है। कहीं-कहीं तो ई-रिक्शा को मालवाहक जैसा बना दिया है और खुलेआम सामान ढो रहे हैंं। इससे आए दिन हादसे भी हो रहे हैं।दरअसल ज्यादातर ई-रिक्शा चालक सवारियों की जगह सामान ढोने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इन चालकों को जब सवारियां नहीं मिलती हैं तो फिर वह सब्जी, किराने का सामान ढोने का काम करते हैं। इससे ई-रिक्शा चालक को सीधा फायदा हो रहा है, क्योंकि इन्हें सवारियों से ज्यादा कमाई सामान को ले जाने में होती है। लेकिन चालक ई-रिक्शा के वजन से ज्यादा भार लाद लेते हैं। ऐसे में दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here