जैसे-जैसे अयोध्या आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ रही है शहर को उन सुविधाओं और सेवाओं की बढ़ती मांग का सामना करना पड़ रहा है जो उनकी जरूरतों को पूरा कर सकें। ऐसे में सीएम योगी के विजन के अनुसार अयोध्या नगर निगम का प्रयास है कि मकर संक्रांति से लेकर प्राण-प्रतिष्ठा अवधि के दौरान साफ-सफाई के लिए उचित जनशक्ति सफाई मित्रों की तैनाती से पूरा किया जाएगा।
रामनगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं के बढ़ते आवागमन को देखते हुए सीएम योगी के विजन के अनुसार 800 सफाई मित्रों की तैनाती की जाएगी। मकर संक्रांति पर सरयू के पवित्र घाटों पर डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तथा 22 जनवरी को रामजन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद लगने वाले लाखों श्रद्धालुओं के जमावड़े को देखते हुए अयोध्या नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इस संबंध में अयोध्या नगर निगम द्वारा टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसे जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। इस टेंडरिंग प्रक्रिया के जरिए एजेंसी का निर्धारण होगा जो 800 सफाई कर्मियों की तैनाती के साथ ही उनकी कार्य प्रणाली पर भी नजर रखने का कार्य करेगा तथा सभी सफाई प्रक्रिया को पूर्ण कराने के लिए अयोध्या नगर निगम की टीम संबंधित एजेंसी के साथ संवाद कायम कर प्रक्रिया को पूर्ण कराएगी।
साफ-सफाई पर योगी सरकार का विशेष फोकस
जैसे-जैसे अयोध्या आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ रही है, शहर को उन सुविधाओं और सेवाओं की बढ़ती मांग का सामना करना पड़ रहा है जो उनकी जरूरतों को पूरा कर सकें।
ऐसे में सीएम योगी के विजन के अनुसार अयोध्या नगर निगम का प्रयास है कि मकर संक्रांति से लेकर प्राण-प्रतिष्ठा अवधि के दौरान साफ-सफाई के लिए उचित जनशक्ति सफाई मित्रों की तैनाती से पूरा किया जाएगा।
इस जनशक्ति की तैनाती 2 महीने की सीमित अवधि के लिए 24×7 होगी। इस दौरान अस्थायी 8 घंटे की परिचालन शिफ्ट में कार्य होगा, जिसमें सुबह 06:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक पहली शिफ्ट, दोपहर 02:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तथा रात्रि 10:00 बजे से प्रातः 06:00 बजे तक आवश्यकतानुसार जनशक्ति को कार्य पर लगाया जाएगा, जिसमें मांग के अनुसार परिवर्तन भी किया जा सकता है।
इन कार्यों को पूरा करेंगे सफाई मित्र…
सभी सफाई मित्रों की ड्यूटी केवल सड़क की सफाई, मध्य सफाई, घाट की सफाई, शौचालय की सफाई, कार्यालय, मैदान, सुविधा स्थलों की सफाई आदि तक ही सीमित नहीं होगी। कार्य मुख्य स्वच्छता द्वारा सौंपा जाएगा।
उन्हें नगर निगम के निरीक्षक (सीएसआई) द्वारा सभी अनिवार्य नियमों की पूर्ति सुनिश्चित करनी होगी और नगर निगम को किसी भी अधिनियम/नियमों की पूर्ति/गैर-अनुपालन के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी कानूनी/प्रशासनिक परिणाम से क्षतिपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी।
इन सभी कर्मियों की आयु सीमा सरकारी मानदंडों के अनुरूप होगी तथा ड्यूटी घंटों के दौरान उचित पहचान के साथ पूर्ण वर्दी में रहेंगे। सर्दी और गर्मी के महीनों में उनके लिए अलग-अलग वर्दी का भी प्रावधान किया गया है।
सफाई मित्रों को आबद्ध करने वाली एजेंसी यह भी सुनिश्चित करेगी कि उसके द्वारा की गई सेवाओं को पूरा करने की प्रक्रिया में सामान, सामग्री और उपकरण आदि क्षतिग्रस्त न हों और उन्हें कार्यों को पूर्ण करने के लिए उचित मार्गदर्शन, ट्रेनिंग, लॉजिंग समेत समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।