महज नाम के लिए चलाया जा रहा संचारी रोग अभियान

नाले-नालियां चोक, संक्रामक बीमारी फैलने का बना खतरा

संवाददाता महेश कुमार असोथर फतेहपुर

असोथर फतेहपुर/गर्मी शुरू होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। जगह-जगह कूड़े के ढेर, बजबजाती नालियां, सड़कों पर भरा गंदा पानी संक्रामक बीमारियों को बढ़ावा दे रहा है। यह हाल तब है, जब एक अप्रैल से संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो चुका है।
कौंडर ग्राम पंचायत में गंदगी का अंबार लगा है। ग्राम पंचायत के मुख्य चौराहे, अपशिष्ट प्रबंधन मार्ग सहित जानिकपुर आदि मजरों व प्रत्येक सड़कों पर कूड़े का उठान भी समय से नहीं किया जाता। पानी निकास वाले नाली – नाले भी गंदगी से पटे पड़े हैं। मच्छरों से ग्रामीणों में बीमारी फैलने का डर बना हुआ है। ग्रामीणों की माने तो ग्राम पंचायत में नियुक्त सफाई कर्मचारी कभी कभार एक आध कुछ जगहों पर ही सफाई करते दिखाई देते हैं। प्रधान और एडीओ पंचायत अशोक कुमार की मिली भगत से संचारी अभियान को पलीता लगाया जा रहा है।
घरों का निर्माण, सड़क किनारे जलभराव
ग्राम पंचायत में कुछ ग्रामीणों के द्वारा घर निर्माण कराया जा रहा है। काम कराने वाले ग्रामीणों ने नाले में गिट्टी, बालू नाली और रास्ते तक डाल रखी है। गंदा पानी भी सड़क किनारे जमा है। इस पानी में मच्छर पनप रहे हैं। यह पानी आसपास के गृह स्वामियों, दुकानदारों के लिए मुसीबत बना हुआ है। गंदगी से लोगों का रहना और आवागमन मुश्किल हो रहा है।
अपशिष्ट प्रबंधन और आयुष्मान केंद्र परिसर के बाहर कूड़े का ढेर
आयुष्मान केंद्र और अपशिष्ट प्रबंधन परिसर के सामने कूड़े का ढेर लगा रहता है। कूड़े का उठान कई दिनों तक नहीं कराया जाता है। आयुष्मान केंद्र परिसर के पास आगे काफी नाली चोक और झाड़ियां भी उगी हैं। आमजन को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाले विभाग ने अपने ही कर्मचारियों के आवासीय परिसर में सफाई नहीं कराई है। अन्य स्थानों पर भी गंदगी देखी जा सकती है।

सड़क किनारे कूड़ा, नालियां गंदगी से पटीं

ग्राम पंचायत में कई स्थानों पर सड़क किनारे कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं। ग्राम पंचायत में राम प्रताप वर्मा के घर को जाने वाली सड़क पर अपशिष्ट प्रबंधन परिसर के सामने और सड़क किनारे कूड़े के ढेर लगे हैं। और नालियों में कचरा फंसा होने से नालियां बजबजा रहीं हैं, साथ ही साफ सफाई नहीं कराई जाती। यहां गंदगी और बड़ी-बड़ी घास उगी हुई है। मैदान में खेलने वाले और बेंच पर बैठने वाले को मच्छर परेशान कर देते हैं। ग्राम पंचायत और स्वास्थ्य विभाग ने अब तक फाॅगिंग कराना तक जरूरी नहीं समझा है।
बोले जिम्मेदार
आयुष्मान केंद्र के परिसर में साफ-सफाई की जिम्मेदारी विभाग की है। जहां पर गंदगी होगी, उसे साफ कराया जाएगा। कर्मचारियों को निर्देशित किया जाएगा।
नीरज गुप्ता, पीएचसी प्रभारी असोथर
दो सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति है। फाॅगिंग कराई जा रही है। जिन मोहल्लों में फाॅगिंग नहीं हुई, इसका पता कराकर वहां कराएंगे। नालियां अगर चोक और गंदगी से पटी हैं तो जांच पड़ताल करवाया जायेगा। समस्या का समाधान किया जाएगा।

अशोक कुमार, एडीओ पंचायत असोथर

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