इटावा-निरंतर बढ़ती जनसंख्या राष्ट्रीय विकास के लिए एक ज्वलंत समस्या है इसी के समाधान के लिए जन-जन तक परिवार नियोजन के संसाधनों को पहुंचने में डॉक्टर एक प्रेरणात्मक भूमिका निभाते हैं इसी संदर्भ में एमबीबीएस के स्नातक के छात्रों के लिए उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान संस्थान सैंफई के स्त्री व प्रसूति विभाग द्वारा सिफ्फसा के तत्वाधान में तीन दिवसीय (13-15 दिसंबर तक) ओरियंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया यह जानकारी स्त्री व प्रसूति विभाग की विभागाअध्यक्ष डॉ कल्पना ने दी। उन्होंने बताया कि इस विशेष कार्यक्रम का शुभारंभ बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ प्रभात कुमार सिंह के द्वारा किया गया और उनके निर्देशन में कार्यक्रम को संचालित किया गया। डॉ कल्पना ने बताया कि इस तीन दिवसीय ओरिएंटेशन के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है एमबीबीएस के स्नातक के छात्र-छात्राओं को परिवार नियोजन संसाधनों के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी दी जाए जिससे वर्तमान में और भविष्य में उनके द्वारा जनमानस को परिवार नियोजन के संसाधनों को अपनाने के लिए प्रसव पूर्व प्रसव उपरांत महिलाओं और दंपतियों को सटीक और सही जानकारी प्रदान की जाए जिससे लोग जागरुक होकर परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई संसाधनों को अपनाने के लिए आगे आएं। उन्होंने बताया कि सिफ्फसा नोडल अधिकारी डॉ प्रगति द्विवेदी व प्रशिक्षणदाता डॉ सोनिया विश्वकर्मा,डॉ नूपुर द्वारा विश्वविद्यालय के 200 एमबीबीएस स्नातक छात्र-छात्राओं को परिवार नियोजन के संदर्भ में तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया व छात्र-छात्राओं को परिवार नियोजन के संदर्भ में विस्तृत और तकनीकी ज्ञान प्रदान करते हुए परिवार नियोजन के संदर्भ में मुख्य बिंदुओं पर मंथन किया गया।

कार्यक्रम में उप कुलपति प्रो. डॉ रमाकांत, कुल सचिव प्रो.डॉ. चंद्रवीर, संकायअध्यक्ष प्रो.डॉ. आदेश चिकित्सा अधीक्षक प्रो.डॉ. एसपी सिंह व स्त्री एवं प्रसूति विभाग से डॉ शालिनी, डॉ आकांक्षा एवं एमबीबीएस स्नातक के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे

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