बाराबंकी l आज दिनांक 10 दिसंबर को राष्ट्रीय मानवाधिकार एकता संघ के प्रदेश कार्यालय पर विश्व मानवाधिकार दिवस बड़े ही धूम धाम से मनाया गया सभी पदाधिकारी वा सदस्यों को माननीय प्रदेश अध्यक्ष अवधेश कुमार ने मानव अधिकार के बारे में जागरूक किया और बताया कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा हर साल 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) मनाया जाता है। यह उस दिन की याद दिलाता है जब 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा को अपनाया था।राष्ट्रीय मानवाधिकार एकता संघ के बारे मे भी जागरूक किया और सभी पदाधिकारी व सदस्यों ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया दिए साथ ही संघ को और मजबूत बनाने के लिए संकल्प लिए सभी लोग एकजुट होकर बोले की हमे जीवन जीने और आजाद रहने का अधिकार मिले
व्यक्ति की स्वतंत्रता और आर्थिक समानता का अधिकार मिले
हम लोग सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकार .तथा इन कार्यक्रमों में भाग लेने का अधिकार मिले .
हमारा संघ परिवार एक उत्सव .विश्व के मूल धर्म मानवता के नाम जहा हर मानव दूसरे के अधिकार और अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहे l
शांति हो .षडभावना हो भाईचारा हो
फिर धरा पर ओ सुधामय प्रेमधारा हो
मानवाधिकार दिवस
पर यह संदेश जन जन तक पहुंचाए
अपने मौलिक अधिकारों को
समझे और समझाए ll
यह कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमान प्रदेश अध्यक्ष अवधेश रावत द्वारा की गई और जनपद बाराबंकी के जिला अध्यक्ष शमीम ने विश्व मानवाधिकार दिवस के शुभ अवसर पर अपने पदाधिकारी सदस्यों को विश्व मानवाधिकार के बारे में बताया कि
मानवाधिकार दिवस की औपचारिक स्थापना 4 दिसंबर 1950 को महासभा की 317वीं पूर्ण बैठक में हुई, जब महासभा ने संकल्प 423 (V) की घोषणा की, जिसमें सभी सदस्य राज्यों और किसी भी अन्य इच्छुक संगठनों को इस दिन को मनाने के लिए आमंत्रित किया गया था। और आगे जिलाध्यक्ष शमीम ने कहा कि विश्व मानवाधिकार दिवस का इतिहास (History Of World Human Rights Day) 10 दिसंबर को संपूर्ण विश्व में Human Rights Day अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। सर्वप्रथम संयुक्त राष्ट्र ने 10 दिसंबर 1948 में पहली बार मानवाधिकारों को अपनाने की घोषणा की। हालांकि आधिकारिक तौर पर मानवाधिकार दिवस की घोषणा 10 दिसंबर 1950 में की गई। और
भारत मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा का हस्ताक्षरकर्ता था। भारतीय संविधान को 26 दिसंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था, जो 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। हमारा भारतीय संविधान मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा, 1948 से बहुत प्रभावित था।
इस अवसर पर उपस्थित जिलाध्यक्ष शमीम जी .जिला सचिव ताम्रेश जी .ब्लॉक उपाध्यक्ष देवा कमलेश प्रजापति जी .गोविंद जी .माखन लाल जी .रामकुमार .दिलीप ब्लॉक सचिव मसौली .नीरज जी ब्लॉक अध्यक्ष तहसील फतेहपुर .जिला महामंत्री डॉक्टर रामदाश वर्मा जी . जिला प्रभारी शीतला प्रसाद बाजपेई जी वा अन्य सदस्य गड़ उपस्थिति रहे