रामनगर /बाराबंकी ग्राम पंचायत गणेशपुर में जनता द्वारा बताया जा रहा है। कि उपरोक्त पंचायत में एक जर्जर बिल्डिंग में चल रहा है राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल। एक तरफ माननीय उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा बताया जाता है कि। पूरे उत्तर प्रदेश में जो भी अस्पताल हैं। उनको स्वच्छ साफ सफाई, होनी चाहिए। लेकिन एक दुर्भाग्यपूर्ण बात कि ग्राम पंचायत गणेशपुर मे राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में ना तो लाइट की कोई व्यवस्था है। और अस्पताल के अगल-बगल जंगल झाड़ी बड़ी-बड़ी घास लगी हुई है। अस्पताल के बगल में आंगनबाड़ी केंद्र भी मौजूद है। आंगनबाड़ी केंद्र के दरवाजे एकदम जर्जर पड़े हुए हैं। जिसमें ताला लगा हुआ है। उसके पास स्वच्छ पानी पीने का नल लगा हुआ है वह भी खराब पड़ा है। आखिर शासन प्रशासन की क्या उस तरफ नजर नहीं पड़ती है। अगर क्षेत्र का कोई मरीज राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में दवा लेने जाता है। अगर उसको तत्काल दवा खानी पड़ी तो पानी की व्यवस्था नहीं है क्योंकि नल खराब पड़े हुए हैं। पंचायत गणेशपुर के प्रधान द्वारा योजना अनुसार सौर ऊर्जा भी लगाया गया था। जनता का यह भी कहना है की उस सौर ऊर्जा की बैटरी व पैनल गायब है। बाउंड्री भी टूटी पड़ी हुई है। अब देखना या है की कार्रवाई होती है की वैसे ही राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के आसपास जंगल झाड़ी लगी रहेगी व नल खराब पड़े रहेंगे।