माफिया मुख्तार अंसारी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बाराबंकी की एमपीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। अंसारी पेशी पर जाने के लिए बाराबंकी में फर्जी कागजातों से पंजीकृत की गई एंबुलेंस का प्रयोग करता था।

फर्जी कागजों से जिले के एआरटीओ कार्यालय में एंबुलेंस पंजीकरण कराने के मामले में माफिया मुख्तार अंसारी व उसके दो साथी एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। एसीजेएम विपिन यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई की लेकिन कोई गवाह नहीं आया। सुनवाई करते हुए अदालत ने पेशी की अगली तिथि चार दिसंबर तय की है।

पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी पेशी पर जाने के लिए बाराबंकी में फर्जी कागजातों से पंजीकृत की गई एंबुलेंस का प्रयोग करता था। इस संबंध में 31 मार्च 2021 को तत्कालीन एआरटीओ पंकज कुमार सिंह ने मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉ. अलका राय पर मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में मुख्तार अंसारी समेत 13 लोगों के नाम आरोप पत्र में शामिल किए थे।

इसी के बाद सभी पर गैंगस्टर का केस दर्ज हुआ था। एमपी-एमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल, जफर उर्फ चंदा को संतकबीरनगर जेल व अफरोज उर्फ चुन्नू को गाजीपुर जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश किया गया। इस दौरान कोई गवाह उपस्थित नहीं हुआ। अदालत ने अगली पेशी की तारीख चार दिसंबर तय करते हुए गवाह मोबीन को तलब किया है।

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