फतेहपुर
4 सालों से डटा कैशियर बाबू की करतूत आई सामने
बिल जमा करने के नाम पर लिए गए पैसे 1 महीने बाद भी न ही किया। जमा न कंज्यूमर को लौटाए वापस
समय से ड्यूटी पर न आने व नदारद रहने में माहिर कैशियर बाबू की खुली पोल।
हथगांम/योगी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए लगातार अधिकारियों से मुखातिब होकर सक्त निर्देश दिए गए हैं साथ ही ऐसे भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ कार्यवाही करने के भी सक्त निर्देश भी दिए गए हैं मगर कहीं न कहीं अधिकारियों की जुगत करके कर्मचारी भी योगी सरकार को ठेंगा दिखाकर मनमानी रवैया अपनाते नजर आते हैं ताजा मामला हथगाम पावर हाउस का देखने व सुनने को मिल रहा है जहां पर कैश काउंटर से लेकर उच्चाधिकारी 2-2 घंटे लेट ड्यूटी पर पंहुचते हैं जिससे जनता को घंटों इंतजार करना पड़ता है मगर कैशियर बाबू का खेल ही निराला देखने को मिला जहां क्षेत्र के काशी का पुरवा गांव निवासी मनीष मौर्या ने बताया की मीटर रीडर द्वारा अनाप शनाप बिल निकाला गया और जब इसको लेकर कंप्यूटर में बैठने वाले कैशियर बाबू गुलशन से मिला तो मीटर रीडर व उनके द्वारा 1800 रुपये लेकर जमा करने की बात कही जिसको लेकर मैंने पैसे दे दिए मगर रसीद नहीं दी गई वहीं महीनों बीत जाने के बाद जब दोबारा बिल निकाला गया तो बिल ज्यों का त्यों दिखा जिसको लेकर मनीष मौर्या ने बताया कि मैंने दोबारा जब गुलशन कुशवाहा से बात की तो उन्होंने करेक्शन कर जमा करने की बात कहीमगर सवाल उठता है की क्या पहले करेक्शन करने की जरूरत नहीं थी य करेक्शन के पहले पैसे लेना वाजिब है जो बात पच नहीं रही ऐसे सालों से जमा कर्मचारी के खिलाफ जांच के बाद कार्यवाही बनती है जिसके द्वारा महीनों कंज्यूमर को अंधकार में रखा और सरकारी खाते में पैसे नहीं जमा किया बड़ा सवाल है।