दीपक कुमार मिश्रा
जिले के सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल कोटवाधाम के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नहीं आते हैं नियुक्त डाक्टर
, फार्मासिस्ट व एल टी के भरोसे तीन दर्जन गांवों के ग्रामीणों की स्वास्थ्य सेवा चल रही है। इस समय बुखार के मरीजों की संख्या बेतहाशा बढी हुई है।बीमार मरीजों को संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर व सी एच सी टिकैतनगर की शरण में जाना पड रहा है कोटवाधाम में मंगलवार को विकास सैनी की आठ वर्षीय पुत्री की मौत, बुधवार को कोटवाधाम के ही अनिल कुमार गुप्ता उर्फ छोटू 47 वर्ष की मौत से पूरा कोटवाधाम सहम गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मथुरा नगर से संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटवाधाम पर नियुक्त डाक्टर सुमित बेंजामिन महीनों से अस्पताल नही आये हैं।दो दो मौतों के बावजूद डाक्टर जब केंन्द्र पर नहीं आये तब एक दैनिक समाचार पत्र के सिरौलीगौसपुर प्रतिनिधि ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री/स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक जी से दूरभाष पर वार्ता करके कोटवाधाम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाबत अवगत कराया तब औपचारिकता निभाते हुए सी एच सी अधीक्षक मथुरा नगर ने स्वास्थ्य विभाग की टीम विकास सैनी, और अनिल कुमार गुप्ता के घरों को पंहुची। टीम मे डाक्टर सलमान मलिक डाक्टर मनीष बौडाई पैरा मेडिकल विनोद कुमार, अग्निवेश आये और जांच करके चले गये। सी एच सी अधीक्षक डाक्टर अमित कुमार दुबे ने बताया कि डाक्टर सुमित बेंजामिन को कोटवाधाम अस्पताल नियुक्ति स्थल पर सेवा करने के निर्देश उनके द्वारा दिए गए थे। उसके बावजूद केन्द्र पर नहीं गये के सम्बंध में मुख्य चिकित्साधिकारी बाराबंकी को भी अवगत कराया गया है।उधर केन्द्र पर डाक्टर के न आने से कोटवाधाम, अमनियापुर तहसीपुर अरियामऊ रानीकटरा जदवापुर संहजनी मरौचा पासिनपुरवा सहित दर्जनों गांवों के ग्रामीणों में आक्रोश ब्याप्त है