बलवान सिंह
बाराबंकी। जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बाराबंकी में संस्थान के ट्रस्टी सय्यद अनीसुद्दीन एवं शफी मोहम्मद द्वारा “इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेण्टर” का उद्घाटन किया गया। इस सेण्टर के उद्घाटन का मूल्य उद्देश्य संस्थान में पढ़ रहे छात्रों को विशेष रूप से उद्द्यमिता सीखने के लिए प्रयास किये जाएंगे। इसमें छात्र अपनी पढाई पूरी करने के बाद केवल नौकरी खोजने वाले अभ्यर्थी बनने के बजाए उद्दमी बन सकेंगे और अपने जैसे नवयुवकों को नौकरी देने वाले नियोक्ता बन सकेंगे।
इस उद्घाटन पर संस्थान के ट्रस्टी सय्यद अनीसुद्दीन ने कहा कि उद्द्यमिता केवल छात्रों के ही सीखने की चीज नहीं है बल्कि संस्थान के सभी लोगों को सीखना चाहिए, इससे रोज़गार के अवसर बेहतर करने में मदद तो मिलेगी ही साथ ही किसी भी क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा। शफी मोहम्मद ने अपने सम्बोधन में कहा कि उद्द्यमी अपने छात्रावास के छात्रावासों से बाहर निकलकर एक छत के नीचे विचार विमर्श और मंथन कर सकते हैं। साथ ही साथ संस्थान उद्द्यमिता गतिविधियों को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए प्रयत्नशील रहेगा।इस इन्क्यूबेशन सेण्टर में संस्थान के छात्रों ने मुख्य अतिथि “Training & Placement Company Softpro” के डायरेक्टर अजय चौधरी (इंडस्ट्रियलिस्ट, एजुकेशनिस्ट, इंटरप्रेन्योर) तथा CEO सुश्री यशी अस्थाना के समक्ष सोलर पैनल, क्लीनिंग रोबोट, संस्थान की वेबसाइट, NIDS (नेटवर्क इंट्रूसन डिटेक्शन सिस्टम) आदि विभिन्न प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया साथ ही साथ संस्थान के देवाशीष मिश्रा के निर्देशन में एक नुक्कड़ नाटक “गिरगिट” का आयोजन मीडिया एवं फार्मेसी छात्रों द्वारा किया गया जो की समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कटाक्ष के रूप में प्रदर्शित था।
इस अवसर पर संस्थान के डायरेक्टर संदीप सिंह (मेजर जनरल- रिटायर्ड), रजिस्ट्रार मसर्रत अली खान , प्रिंसिपल नूरुल इस्लाम , अकादमिक हेड ऐ.के. मिश्रा समेत तमाम शिक्षक, शिक्षिकाएं, छात्र एवं छत्राएं उपस्थित रहीं।
आई टी कालेज में इनोवेशन इन्क्यूबेशन सेण्टर” का भव्य उद्घाटन
बलवान सिंह
बाराबंकी। जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बाराबंकी में संस्थान के ट्रस्टी सय्यद अनीसुद्दीन एवं शफी मोहम्मद द्वारा “इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेण्टर” का उद्घाटन किया गया। इस सेण्टर के उद्घाटन का मूल्य उद्देश्य संस्थान में पढ़ रहे छात्रों को विशेष रूप से उद्द्यमिता सीखने के लिए प्रयास किये जाएंगे। इसमें छात्र अपनी पढाई पूरी करने के बाद केवल नौकरी खोजने वाले अभ्यर्थी बनने के बजाए उद्दमी बन सकेंगे और अपने जैसे नवयुवकों को नौकरी देने वाले नियोक्ता बन सकेंगे।
इस उद्घाटन पर संस्थान के ट्रस्टी सय्यद अनीसुद्दीन ने कहा कि उद्द्यमिता केवल छात्रों के ही सीखने की चीज नहीं है बल्कि संस्थान के सभी लोगों को सीखना चाहिए, इससे रोज़गार के अवसर बेहतर करने में मदद तो मिलेगी ही साथ ही किसी भी क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा। शफी मोहम्मद ने अपने सम्बोधन में कहा कि उद्द्यमी अपने छात्रावास के छात्रावासों से बाहर निकलकर एक छत के नीचे विचार विमर्श और मंथन कर सकते हैं। साथ ही साथ संस्थान उद्द्यमिता गतिविधियों को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए प्रयत्नशील रहेगा।इस इन्क्यूबेशन सेण्टर में संस्थान के छात्रों ने मुख्य अतिथि “Training & Placement Company Softpro” के डायरेक्टर अजय चौधरी (इंडस्ट्रियलिस्ट, एजुकेशनिस्ट, इंटरप्रेन्योर) तथा CEO सुश्री यशी अस्थाना के समक्ष सोलर पैनल, क्लीनिंग रोबोट, संस्थान की वेबसाइट, NIDS (नेटवर्क इंट्रूसन डिटेक्शन सिस्टम) आदि विभिन्न प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया साथ ही साथ संस्थान के देवाशीष मिश्रा के निर्देशन में एक नुक्कड़ नाटक “गिरगिट” का आयोजन मीडिया एवं फार्मेसी छात्रों द्वारा किया गया जो की समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कटाक्ष के रूप में प्रदर्शित था।
इस अवसर पर संस्थान के डायरेक्टर संदीप सिंह (मेजर जनरल- रिटायर्ड), रजिस्ट्रार मसर्रत अली खान , प्रिंसिपल नूरुल इस्लाम , अकादमिक हेड ऐ.के. मिश्रा समेत तमाम शिक्षक, शिक्षिकाएं, छात्र एवं छत्राएं उपस्थित रहीं।