इलाकाई पुलिस व मत्स्य विभाग की मिलीभगत

उच्च न्यायालय व प्रदेश सरकार द्वारा प्रजनन काल में मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध के बावजूद हो रहा मत्स्य आखेट

इलाकाई पुलिस व मत्स्य विभाग की मिलीभगत से हो रहा आखेट

फतेहपुर समाचार सेवा
असोथर थाना क्षेत्र के यमुना नदी तट के नजदीक का क्षेत्र है जहां से जमुना की जलधारा प्रवाहित होती है इन दिनों भारी बारिश के चलते यमुना का जलस्तर भी बढ़ा हुआ वही उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बारिश के दिनों में मछलियों के प्रजनन काल होने की वजह से आखेट करने पर 1 जुलाई से 30 सितम्बर तक सख्त प्रतिबंध रहता है उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का पालन असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य ने भी अपने क्षेत्र में मछली का शिकार करने वाले शिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी शिकारी मछली का शिकार करते हुए नजर आया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी परंतु उनकी आंख में धूल झोंक कर कुछ शिकारी दिन-रात शिकार कर रात के अंधेरे में मछली सप्लाई गैर जनपदों में करते हैं वही इस मामले की हकीकत जानने के द्वारा जब इसकी हकीकत जानना चाहा तो हकीकत कुछ और ही निकल कर सामने आई मछली के शिकार करने तथा मछली की सप्लाई देने के नाम पर बड़े व्यापारी कहे जाते हैं असोथर थाना क्षेत्र में मछली व्यापारी में उनका बड़ा नाम है और मछली शिकार करने पर रोक लगी होने के बावजूद भी उनके द्वारा मछली का शिकार करवाया जाता है और बाजार में मछलियां उपलब्ध कराई जाती है मछली व्यापारी की इतनी तगड़ी सेटिंग है कि संरक्षण तथा सुविधा देने के नाम पर असोथर थाना अध्यक्ष समेत अन्य स्टाफ को मोटी रकम प्रति माह का चढ़ावा चढ़ाया जाता है वही फिश सप्लायर ने यह भी बताया कि असोथर थाना क्षेत्र की वह पूरी जिम्मेदारी लेते हैं असोथर थाना क्षेत्र के थाना अध्यक्ष से लेकर के कॉन्स्टेबल तक कोई भी इस बड़े फिश सप्लायर से माल लेने वाले को छू भी नहीं सकता है पुलिस की पकड़ने की तो दूर की बात रही उन्होंने तो यह भी बताया कि मस्य विभाग में बैठे अधिकारी को भी प्रति माह मोटी रकम ठेकेदार द्वारा पहुंचाया जाता है तभी इतनी बड़ी मात्रा में मछली का शिकार अपने क्षेत्र में करवाकर गैर जनपदों में सप्लाई करते हैं वही मछली ठेकेदार के लोगों ने बताया कि उसकी मछली लोड करने वाली गाड़ियों का नंबर भी असोथर थाने में दर्ज है और उनकी गाड़ियों को थाना अध्यक्ष तथा उनके स्टाफ द्वारा कभी भी नहीं रोका जाता इसी बात का उन्हें प्रति माह मोटी रकम दी जाती है हालांकि इस मामले की जानकारी जब असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य से की गई तो उन्होंने कहा कि उनके थाना क्षेत्र में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाता है उन्होंने बताया कि उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए मछली का शिकार करने वालों के ऊपर कठोर कार्यवाही की बात कही परंतु प्रश्न यह खड़ा होता है कि जब सख्त थाना अध्यक्ष द्वारा आदेश दिया गया तो फिर इतने निर्भीक तरीके से आखिरकार मछली ठेकेदार द्वारा मत्स्य आखेट कैसे हो रहा है इसका मतलब असोथर थाना अध्यक्ष को प्रति माह धन का चढ़ावा जाता है अब देखना यह है कि जनपद के नवागंतुक पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह इस मामले की जांच कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही करेंगे या फिर इसी तरह रोक लगी होने के बावजूद भी प्रतिदिन मछली का शिकार होता रहेगा ?

से हो रहा आखेट

फतेहपुर समाचार सेवा
असोथर थाना क्षेत्र के यमुना नदी तट के नजदीक का क्षेत्र है जहां से जमुना की जलधारा प्रवाहित होती है इन दिनों भारी बारिश के चलते यमुना का जलस्तर भी बढ़ा हुआ वही उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बारिश के दिनों में मछलियों के प्रजनन काल होने की वजह से आखेट करने पर 1 जुलाई से 30 सितम्बर तक सख्त प्रतिबंध रहता है उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का पालन असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य ने भी अपने क्षेत्र में मछली का शिकार करने वाले शिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी शिकारी मछली का शिकार करते हुए नजर आया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी परंतु उनकी आंख में धूल झोंक कर कुछ शिकारी दिन-रात शिकार कर रात के अंधेरे में मछली सप्लाई गैर जनपदों में करते हैं वही इस मामले की हकीकत जानने के द्वारा जब इसकी हकीकत जानना चाहा तो हकीकत कुछ और ही निकल कर सामने आई मछली के शिकार करने तथा मछली की सप्लाई देने के नाम पर बड़े व्यापारी कहे जाते हैं असोथर थाना क्षेत्र में मछली व्यापारी में उनका बड़ा नाम है और मछली शिकार करने पर रोक लगी होने के बावजूद भी उनके द्वारा मछली का शिकार करवाया जाता है और बाजार में मछलियां उपलब्ध कराई जाती है मछली व्यापारी की इतनी तगड़ी सेटिंग है कि संरक्षण तथा सुविधा देने के नाम पर असोथर थाना अध्यक्ष समेत अन्य स्टाफ को मोटी रकम प्रति माह का चढ़ावा चढ़ाया जाता है वही फिश सप्लायर ने यह भी बताया कि असोथर थाना क्षेत्र की वह पूरी जिम्मेदारी लेते हैं असोथर थाना क्षेत्र के थाना अध्यक्ष से लेकर के कॉन्स्टेबल तक कोई भी इस बड़े फिश सप्लायर से माल लेने वाले को छू भी नहीं सकता है पुलिस की पकड़ने की तो दूर की बात रही उन्होंने तो यह भी बताया कि मस्य विभाग में बैठे अधिकारी को भी प्रति माह मोटी रकम ठेकेदार द्वारा पहुंचाया जाता है तभी इतनी बड़ी मात्रा में मछली का शिकार अपने क्षेत्र में करवाकर गैर जनपदों में सप्लाई करते हैं वही मछली ठेकेदार के लोगों ने बताया कि उसकी मछली लोड करने वाली गाड़ियों का नंबर भी असोथर थाने में दर्ज है और उनकी गाड़ियों को थाना अध्यक्ष तथा उनके स्टाफ द्वारा कभी भी नहीं रोका जाता इसी बात का उन्हें प्रति माह मोटी रकम दी जाती है हालांकि इस मामले की जानकारी जब असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य से की गई तो उन्होंने कहा कि उनके थाना क्षेत्र में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाता है उन्होंने बताया कि उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए मछली का शिकार करने वालों के ऊपर कठोर कार्यवाही की बात कही परंतु प्रश्न यह खड़ा होता है कि जब सख्त थाना अध्यक्ष द्वारा आदेश दिया गया तो फिर इतने निर्भीक तरीके से आखिरकार मछली ठेकेदार द्वारा मत्स्य आखेट कैसे हो रहा है इसका मतलब असोथर थाना अध्यक्ष को प्रति माह धन का चढ़ावा जाता है अब देखना यह है कि जनपद के नवागंतुक पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह इस मामले की जांच कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही करेंगे या फिर इसी तरह रोक लगी होने के बावजूद भी प्रतिदिन मछली का शिकार होता रहेगा ?

इलाकाई पुलिस व मत्स्य विभाग की मिलीभगत से हो रहा आखेट

फतेहपुर समाचार सेवा
असोथर थाना क्षेत्र के यमुना नदी तट के नजदीक का क्षेत्र है जहां से जमुना की जलधारा प्रवाहित होती है इन दिनों भारी बारिश के चलते यमुना का जलस्तर भी बढ़ा हुआ वही उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बारिश के दिनों में मछलियों के प्रजनन काल होने की वजह से आखेट करने पर 1 जुलाई से 30 सितम्बर तक सख्त प्रतिबंध रहता है उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का पालन असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य ने भी अपने क्षेत्र में मछली का शिकार करने वाले शिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी शिकारी मछली का शिकार करते हुए नजर आया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी परंतु उनकी आंख में धूल झोंक कर कुछ शिकारी दिन-रात शिकार कर रात के अंधेरे में मछली सप्लाई गैर जनपदों में करते हैं वही इस मामले की हकीकत जानने के द्वारा जब इसकी हकीकत जानना चाहा तो हकीकत कुछ और ही निकल कर सामने आई मछली के शिकार करने तथा मछली की सप्लाई देने के नाम पर बड़े व्यापारी कहे जाते हैं असोथर थाना क्षेत्र में मछली व्यापारी में उनका बड़ा नाम है और मछली शिकार करने पर रोक लगी होने के बावजूद भी उनके द्वारा मछली का शिकार करवाया जाता है और बाजार में मछलियां उपलब्ध कराई जाती है मछली व्यापारी की इतनी तगड़ी सेटिंग है कि संरक्षण तथा सुविधा देने के नाम पर असोथर थाना अध्यक्ष समेत अन्य स्टाफ को मोटी रकम प्रति माह का चढ़ावा चढ़ाया जाता है वही फिश सप्लायर ने यह भी बताया कि असोथर थाना क्षेत्र की वह पूरी जिम्मेदारी लेते हैं असोथर थाना क्षेत्र के थाना अध्यक्ष से लेकर के कॉन्स्टेबल तक कोई भी इस बड़े फिश सप्लायर से माल लेने वाले को छू भी नहीं सकता है पुलिस की पकड़ने की तो दूर की बात रही उन्होंने तो यह भी बताया कि मस्य विभाग में बैठे अधिकारी को भी प्रति माह मोटी रकम ठेकेदार द्वारा पहुंचाया जाता है तभी इतनी बड़ी मात्रा में मछली का शिकार अपने क्षेत्र में करवाकर गैर जनपदों में सप्लाई करते हैं वही मछली ठेकेदार के लोगों ने बताया कि उसकी मछली लोड करने वाली गाड़ियों का नंबर भी असोथर थाने में दर्ज है और उनकी गाड़ियों को थाना अध्यक्ष तथा उनके स्टाफ द्वारा कभी भी नहीं रोका जाता इसी बात का उन्हें प्रति माह मोटी रकम दी जाती है हालांकि इस मामले की जानकारी जब असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य से की गई तो उन्होंने कहा कि उनके थाना क्षेत्र में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाता है उन्होंने बताया कि उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए मछली का शिकार करने वालों के ऊपर कठोर कार्यवाही की बात कही परंतु प्रश्न यह खड़ा होता है कि जब सख्त थाना अध्यक्ष द्वारा आदेश दिया गया तो फिर इतने निर्भीक तरीके से आखिरकार मछली ठेकेदार द्वारा मत्स्य आखेट कैसे हो रहा है इसका मतलब असोथर थाना अध्यक्ष को प्रति माह धन का चढ़ावा जाता है अब देखना यह है कि जनपद के नवागंतुक पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह इस मामले की जांच कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही करेंगे या फिर इसी तरह रोक लगी होने के बावजूद भी प्रतिदिन मछली का शिकार होता रहेगा ?

उच्च

उच्च न्यायालय व प्रदेश सरकार द्वारा प्रजनन काल में मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध के बावजूद हो रहा मत्स्य आखेट

इलाकाई पुलिस व मत्स्य विभाग की मिलीभगत से हो रहा आखेट

फतेहपुर समाचार सेवा
असोथर थाना क्षेत्र के यमुना नदी तट के नजदीक का क्षेत्र है जहां से जमुना की जलधारा प्रवाहित होती है इन दिनों भारी बारिश के चलते यमुना का जलस्तर भी बढ़ा हुआ वही उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बारिश के दिनों में मछलियों के प्रजनन काल होने की वजह से आखेट करने पर 1 जुलाई से 30 सितम्बर तक सख्त प्रतिबंध रहता है उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का पालन असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य ने भी अपने क्षेत्र में मछली का शिकार करने वाले शिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी शिकारी मछली का शिकार करते हुए नजर आया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी परंतु उनकी आंख में धूल झोंक कर कुछ शिकारी दिन-रात शिकार कर रात के अंधेरे में मछली सप्लाई गैर जनपदों में करते हैं वही इस मामले की हकीकत जानने के द्वारा जब इसकी हकीकत जानना चाहा तो हकीकत कुछ और ही निकल कर सामने आई मछली के शिकार करने तथा मछली की सप्लाई देने के नाम पर बड़े व्यापारी कहे जाते हैं असोथर थाना क्षेत्र में मछली व्यापारी में उनका बड़ा नाम है और मछली शिकार करने पर रोक लगी होने के बावजूद भी उनके द्वारा मछली का शिकार करवाया जाता है और बाजार में मछलियां उपलब्ध कराई जाती है मछली व्यापारी की इतनी तगड़ी सेटिंग है कि संरक्षण तथा सुविधा देने के नाम पर असोथर थाना अध्यक्ष समेत अन्य स्टाफ को मोटी रकम प्रति माह का चढ़ावा चढ़ाया जाता है वही फिश सप्लायर ने यह भी बताया कि असोथर थाना क्षेत्र की वह पूरी जिम्मेदारी लेते हैं असोथर थाना क्षेत्र के थाना अध्यक्ष से लेकर के कॉन्स्टेबल तक कोई भी इस बड़े फिश सप्लायर से माल लेने वाले को छू भी नहीं सकता है पुलिस की पकड़ने की तो दूर की बात रही उन्होंने तो यह भी बताया कि मस्य विभाग में बैठे अधिकारी को भी प्रति माह मोटी रकम ठेकेदार द्वारा पहुंचाया जाता है तभी इतनी बड़ी मात्रा में मछली का शिकार अपने क्षेत्र में करवाकर गैर जनपदों में सप्लाई करते हैं वही मछली ठेकेदार के लोगों ने बताया कि उसकी मछली लोड करने वाली गाड़ियों का नंबर भी असोथर थाने में दर्ज है और उनकी गाड़ियों को थाना अध्यक्ष तथा उनके स्टाफ द्वारा कभी भी नहीं रोका जाता इसी बात का उन्हें प्रति माह मोटी रकम दी जाती है हालांकि इस मामले की जानकारी जब असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य से की गई तो उन्होंने कहा कि उनके थाना क्षेत्र में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाता है उन्होंने बताया कि उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए मछली का शिकार करने वालों के ऊपर कठोर कार्यवाही की बात कही परंतु प्रश्न यह खड़ा होता है कि जब सख्त थाना अध्यक्ष द्वारा आदेश दिया गया तो फिर इतने निर्भीक तरीके से आखिरकार मछली ठेकेदार द्वारा मत्स्य आखेट कैसे हो रहा है इसका मतलब असोथर थाना अध्यक्ष को प्रति माह धन का चढ़ावा जाता है अब देखना यह है कि जनपद के नवागंतुक पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह इस मामले की जांच कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही करेंगे या फिर इसी तरह रोक लगी होने के बावजूद भी प्रतिदिन मछली का शिकार होता रहेगा ?

न्यायालय व प्रदेश सरकार द्वारा प्रजनन काल में मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध के बावजूद हो रहा मत्स्य आखेट

इलाकाई पुलिस व मत्स्य विभाग की मिलीभगत से हो रहा आखेट

फतेहपुर समाचार सेवा
असोथर थाना क्षेत्र के यमुना नदी तट के नजदीक का क्षेत्र है जहां से जमुना की जलधारा प्रवाहित होती है इन दिनों भारी बारिश के चलते यमुना का जलस्तर भी बढ़ा हुआ वही उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बारिश के दिनों में मछलियों के प्रजनन काल होने की वजह से आखेट करने पर 1 जुलाई से 30 सितम्बर तक सख्त प्रतिबंध रहता है उच्च न्यायालय व उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश का पालन असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य ने भी अपने क्षेत्र में मछली का शिकार करने वाले शिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी शिकारी मछली का शिकार करते हुए नजर आया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी परंतु उनकी आंख में धूल झोंक कर कुछ शिकारी दिन-रात शिकार कर रात के अंधेरे में मछली सप्लाई गैर जनपदों में करते हैं वही इस मामले की हकीकत जानने के द्वारा जब इसकी हकीकत जानना चाहा तो हकीकत कुछ और ही निकल कर सामने आई मछली के शिकार करने तथा मछली की सप्लाई देने के नाम पर बड़े व्यापारी कहे जाते हैं असोथर थाना क्षेत्र में मछली व्यापारी में उनका बड़ा नाम है और मछली शिकार करने पर रोक लगी होने के बावजूद भी उनके द्वारा मछली का शिकार करवाया जाता है और बाजार में मछलियां उपलब्ध कराई जाती है मछली व्यापारी की इतनी तगड़ी सेटिंग है कि संरक्षण तथा सुविधा देने के नाम पर असोथर थाना अध्यक्ष समेत अन्य स्टाफ को मोटी रकम प्रति माह का चढ़ावा चढ़ाया जाता है वही फिश सप्लायर ने यह भी बताया कि असोथर थाना क्षेत्र की वह पूरी जिम्मेदारी लेते हैं असोथर थाना क्षेत्र के थाना अध्यक्ष से लेकर के कॉन्स्टेबल तक कोई भी इस बड़े फिश सप्लायर से माल लेने वाले को छू भी नहीं सकता है पुलिस की पकड़ने की तो दूर की बात रही उन्होंने तो यह भी बताया कि मस्य विभाग में बैठे अधिकारी को भी प्रति माह मोटी रकम ठेकेदार द्वारा पहुंचाया जाता है तभी इतनी बड़ी मात्रा में मछली का शिकार अपने क्षेत्र में करवाकर गैर जनपदों में सप्लाई करते हैं वही मछली ठेकेदार के लोगों ने बताया कि उसकी मछली लोड करने वाली गाड़ियों का नंबर भी असोथर थाने में दर्ज है और उनकी गाड़ियों को थाना अध्यक्ष तथा उनके स्टाफ द्वारा कभी भी नहीं रोका जाता इसी बात का उन्हें प्रति माह मोटी रकम दी जाती है हालांकि इस मामले की जानकारी जब असोथर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य से की गई तो उन्होंने कहा कि उनके थाना क्षेत्र में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाता है उन्होंने बताया कि उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए मछली का शिकार करने वालों के ऊपर कठोर कार्यवाही की बात कही परंतु प्रश्न यह खड़ा होता है कि जब सख्त थाना अध्यक्ष द्वारा आदेश दिया गया तो फिर इतने निर्भीक तरीके से आखिरकार मछली ठेकेदार द्वारा मत्स्य आखेट कैसे हो रहा है इसका मतलब असोथर थाना अध्यक्ष को प्रति माह धन का चढ़ावा जाता है अब देखना यह है कि जनपद के नवागंतुक पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह इस मामले की जांच कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही करेंगे या फिर इसी तरह रोक लगी होने के बावजूद भी प्रतिदिन मछली का शिकार होता रहेगा ?

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