बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर फिर खड़े सवाल

शाहाबाद (हरदोई) नगर के एक मोहल्ले की रेप पीड़िता की पहली दूसरी तीसरी तहरीर सहित आईजीआरएस पोर्टल पर की गई शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने की बजाय पुलिस ने आरोपी का बचाव करने के नीयत से पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए पहले आरोपी की पत्नी की तहरीर पीड़िता सहित उसकी मां, बहन के विरुद्ध एससी/एसटी एक्ट में केस दर्ज़ कर दिया और उसके बाद मामला तूल पकड़ते देख पुलिस ने पीड़िता की चौथी तहरीर खुद व खुद लिखाकर उसका मुकदमा मात्र छेड़छाड़ की धारा 354 आईपीसी के अंतर्गत दर्ज कर दिया जो कि काफी काबिलेगौर है।
गौरतलब है कि नगर की एक लगभग 18 वर्षीय असहाय बेटी, जिसका पिता नहीं है जबकि वह अपनी मां, बहन सहित मजदूरी करती है फिर भी जहां एक ओर उसे एक अधेड़ व्यक्ति ने अपनी हवस का शिकार बार बार बनाया वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा उसके सहित उसकी मां, बहन के विरुद्ध वास्तव में दर्ज किया गया उल्टा मुकदमा उसके घोर उत्पीड़न का उदाहरण बन गया है। इतना ही नहीं मामला मीडिया द्वारा उठाए जाने के बाद आगबबूला हुई पुलिस ने अपने बचाव में न केवल मामले में लीपापोती करनी शुरु कर दी अपितु चोरी की चोरी ऊपर से सीनाजोरी की कहावत चरितार्थ करते हुए ट्वीटर अकाउंट पर
मीडिया पर भ्रामक खबरें प्रसारित करने की हिदायत दे डाली।
जाहिर है कि रेप पीड़िता नगर के हरदोई रोड हाइवे किनारे स्तिथि बाला जी कोल्ड स्टोरेज में मजदूरी कर रही थी कि दिनांक 25 दिसंबर 23 को कोल्ड स्टोर का मुनीम पिंकू उर्फ प्रमोद उसे मौका पाकर कोल्ड स्टोर के गड्ढे में खींच ले गया और उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया, मौके पर दुराचारी मुनीम ने उसे अपने असर दबाव में लेकर जैसे तैसे समझा बुझा लिया हालांकि उसके दबाव में आने के बाद रेप पीड़िता आए दिन उसकी हवस का शिकार होने लगी और दुष्कर्मी की धमकियों से भयभीत होकर अंदर ही अंदर घुट घुट कर जीने के लिए मजबूर हो गई। बकौल रेप पीड़िता पहली बार बलात्कार कर चुके पिंकू उर्फ प्रमोद ने उसको धमकी दी थी कि किसी से भी उसने शिकायत की तो वह उसकी मां समेत उसके इकलौते छोटे भाई को जान से मार देगा।
नगर के मोहल्ला कटरा निवासी लगभग 50वर्ष के पिंकू उर्फ प्रमोद ने पहली बार दिनांक 25–12–2023 को अपनी हवस का शिकार बना डाला, जब वह नगर के ही बाला जी कोल्ड स्टोरेज में मजदूरी कर रही थी, दरअसल आरोपी पिंकू उसी कोल्ड स्टोर में मुनीम का काम करता था, जहां पर उसका काफी असर दबाव था। उसने पहली बार बलात्कार करने के बाद पीड़िता को इतना डरा धमका दिया कि वह कोल्ड स्टोर में भले काम पर नहीं गई लेकिन आरोपी के डराने धमकाने पर उसके साथ पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर तक चली गई, जहां आखिरी बार दिनांक 20 मई 2023 को आरोपी ने बरेली मोड़ के पास स्थिति एक कमरे में पीड़िता के साथ बलात्कार किया और फिर उस पर अपने साथ शादी करने का दबाव बनाया, वहां से किसी तरह पीड़िता भाग आई और उसने शाहाबाद कोतवाली में आकर तहरीर दी किन्तु पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की, जिससे परेशान पीड़िता ने 25 मई 2023 को पुनः कोतवाली की महिला डेस्क पर दूसरी तहरीर दी, तभी पुलिस बौखला गई और उसने आरोपी के बचाव में उसकी पत्नी को तत्काल पीड़िता के घर भेजा, जहां मामला निपटने की बजाय दोनों पक्षों में कुछ कहासुनी हो गई, बस इसी बेस पर पुलिस ने आरोपी की पत्नी से तहरीर लिखाकर उल्टा एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा पीड़िता सहित उसकी मां व बहन के विरुद्ध दर्ज कर दोहरा दबाव बढ़ा दिया, हालांकि एससीएसटी एक्ट की मुकदमा दर्ज होने की बात पीड़िता को नहीं बताई भले उसका आधार कार्ड लेकर पुलिस ने उसके अंगूठा दस्तखत कई कागजों समेत छपे हुए फार्मों पर करा लिए जिसकी जानकारी पीड़िता सहित उसकी मां, बहन को नहीं दी गई जबकि उत्पीडन बढ़ता गया, जिससे तंग होकर पीड़िता ने दिनांक 1 जून 2023 को आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत कर अपनी एफआईआर दर्ज करने की गुहार लगाई जिसकी जांच आख्या में आखिर दोनों तरफ से उपरोक्त मुकदमा दर्ज होने के बाद उपनिरीक्षक रामलखन अवस्थी ने विंदू 3 शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत/आरोप का संक्षिप्त विवरण के आगे ही मामले को गोल मोल लिख दिया अर्थात उन्होंने लिखा कि विपक्षी द्वारा आवेदिका के साथ छेड़खानी करने के संबंध में और उसके बाद अपनी जांच आख्या इस वाक्यात के साथ पूरी कर दी कि आवेदिका के साथ छेड़खानी हुई है जिसकी प्राप्त तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0–354/506 आईपीसी पंजीकृत किया गया है।
विचारणीय यह है कि जब दिनांक 25 मई 2023 को रेप पीड़िता ने कोतवाली में पुनः पूरे मामले की तहरीर दी थी तो पुलिस ने उसकी रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की और क्यों उससे उस दिन भी एक अपनी मर्जी की तहरीर लिखाकर अपने पास रख ली! जबकि उसके विरुद्ध क्यों एससीएसटी का अभियोग पंजीकृत कर दिया! हालांकि यही नहीं बल्कि ऐसे अन्य कई सवाल हैं जिनके जवाब पुलिस के पास भले नहीं हैं फिर भी पुलिस ने अपने ट्विटर एकाउंट के जरिए ट्वीट हुई एक चैनल की खबर का खंडन करते हुए चोरी की चोरी ऊपर से सीनाजोरी की कहावत चरितार्थ करते हुए लिखा है आखिर यह भी लिखने में संकोच नहीं किया कि भ्रामक खबरें प्रसारित करने से परहेज करें हालांकि पुलिस के इस जवाब से पुलिस अधिकारी या फिर उसके चाटुकार ही संतुष्ट नज़र आ रहे हैं बांकी न्यायप्रिय नागरिक पुलिस कार्यप्रणाली की घोर निन्दा करते हुए सरकारी सिस्टम को भी कोस रहे हैं और कह रहे हैं कि जब लोकसभा चुनाव सिर पर है तो पुलिस का आखिर यह रवैया है। कुल मिलाकर बेटी बचाओ और बेटी बढ़ाओ मामले में कलंक की तरह काम कर रही पुलिस लगातार भाजपा को गर्त में धकेलने का काम कर रही है, इस संबंध में हरदोई पुलिस का ट्विटर रिकॉर्ड ही काफ़ी है जिसमें दोनों मुकदमों को दर्ज कर विवेचक को ठोस साक्ष्यों के आधार पर विवेचना निस्तारित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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