👉 भूसा चारा पानी के लिए तरस रहे हैं पशु । इन गौशालाओं में तैनात केयर टेकरो का नहीं होता है कोई अता पता ।
👉 जिले में कई फर्जी तरह से प्राइवेट गौशाला चला कर भी लोग हड़प रहे हैं सरकारी सुविधाओं का लाभ । भवनसुरी गांव में भी गुड़ाकर गर्ग द्वारा फर्जी तरीके से संचालित प्राइवेट गौशाला का है सुर्खियों में नाम।
👉 क्या प्राइवेट गौशालाओं को भी दी जा रही है सरकारी सुविधाएं व अनुदान ,यदि नहीं तो फिर कैसे हो रहा है कागजों पर इनका संचालन । यदि दी गई है सरकारी सुविधाएं, रकम तो क्या इसकी हो सकेगी रिकवरी ,जांच का विषय ।
जिले में लगभग 1471 पशु का फर्जी डाटा 3 साल से शासन को पूर्व सीवीओ द्वारा जा रहा था भेजा । इसी प्रकार मुख्यमंत्री की सहभागिता योजना के तहत 815 पशु सुपुर्दगी में दिखाकर भेजी जा रहे थी फर्जी रिपोर्ट ,जबकि यह आवेदन फॉर्म की संख्या थी । इसमें सिर्फ 120 लोगों को 218 पशु सुपुर्द किया गाया था । इन सब मामलों को नई सीवीओ डॉ0 सीमा ने किया था भौतिक सत्यापन करके खुलासा ,जो उनके लिए मुसीबत का कारण बन गया और उनको सीवीओ के पद से हटना पडा है ।
जिले मे इस तरह से देखा जाए तो पशुपालन विभाग के गौशाला के मामले में भ्रष्टाचार कायम है । 25 का डिमांड लेटर बीडीओ सरसवां ने देने को कहा है । 1 अप्रैल को भवनसूरी से प्राइवेट गौशाला का नाम लिस्ट से हटा दिया गया है, जिसका संचालन गुड़ाकार गर्ग कर रहा था ,जबकि वहां पशु भी नही है । इसी तरह अधिकारियो द्वारा अब मांगे जा रहे हैं मांग पत्र । देखा जाए तो मार्च से टेंडर अब होगा तब होगा चल रहा है और अभी तक नहीं हुआ जबकि खाते में 4 करोड़ ,4 लाख सरकारी पैसा पड़ा है और अभी तक टेंडर नहीं हुआ । अब ऐसे में कैसे पशुओं को चारा – पानी भूसा दिया जा रहा है, किसके जेब से यह खर्चा जा रहा है, उसको पूर्ति कैसे होगी यह एक बड़ा सवाल है । कई माह बीतने के बाद भी अभी तक पशुओं के लिए भूसा – चारा का टेंडर नहीं किया गया है । पूर्व में भी बिना टेंडर के ही मनमानी तरीके से कागजो पर खरीद फरोख्त दिखाकर सरकारी कर्मचारियों प्रधानों ने पैसा हजम करने का काम किया है । इतना ही नहीं यदि देखा जाए तो जिले में कई सौ पशु गौशाला के अंदर दम तोड़ चुके हैं जिन्हे गौशाला के अंदर ही दफन कर दिया गया है । पशुओं की मौत और अधिकारियों की लापरवाही का मामला मीडिया में कई बार सुर्खियों में आया है लेकिन फिर भी अभी तक जिला प्रशासन इस मामले में संज्ञान नहीं ले रहा है ।