बिद्युत-विभाग -बस्ती/जनपद बस्ती के लगभग सभी उपकेंद्र पर विजली विभाग द्वारा जारी किये गये झटपट पोर्टल से उपभोक्ता अपने नये संयोजन का आवेदन कर सकेगा और भ्रष्टाचार पर अंकुश भी लगाया जा सकेगा,ऐसी मन्साओ को लेकर सरकार द्वारा झटपट पोर्टल जारी किया गया था परन्तु अवर अभियंताओ ने सरकार के इस पोर्टल का दुरपयोग करते हुये उपभोक्ताओ का सिर्फ शोषण करने का काम किया जा रहा है,और भ्रष्टाचार कें मुहिम पर कदम को आगे बढाकर -भ्रष्टाचार करवाया जा रहा है , जैसे रिपोर्ट लगाने के नाम पर अवर अभियंताओ द्वारा लाइनमैनो के माध्यम से,उपभोक्ताओ को परेशान करवाया जा रहा है,और अवैध वसूली करवाने के लिये हर सम्भव निरन्तर प्रयास करवाया जा रहा हैं,
जनपद-बस्ती मे खण्ड द्वितीय अन्तर्गत अवर अभियन्ताओ का कमाई जरिया बन गया है विजली विभाग का झटपट पोर्टल जहा से अवर अभियंता और लाइनमैन कि आपसी मिलीभगत से हजारो लाखो रूपये कि लुट लाइन मैनो के माध्यम से अवर अभियंता द्वारा कराया जा रहा है।जहाँ सरकार कि मुख्य प्राथमिकता के आधार पर जीरो टॉलरेंस से निति को अपनाया जा रहा है और-भ्रष्टाचार को खत्म करने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा हैं,जबकि दूसरी तरफ कुछ अभियंताओं द्वारा झटपट पोर्टल को मात्र कमाई जरिया बनाये हुये है और आवेदको से हडका भडका कर हजारो रुपये का लूटने का काम, अभियन्ताओ द्वारा लाइन मैनो के माध्यम से करवाया जा रहा हैं, और अन्दर ही अन्दर भ्रष्टाचार कि मुहिम चलाकर उपभोक्ताओ से लुटने का काम अभियन्ताओ द्वारा करवाया जा रहा हैं,सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार सारी आवेदको से एक मानक के रुप मे रिपोर्ट लगाने के नाम रूपया मांगा जाता है और जब आवेदकों द्वारा हिल्ला हवाली करते हुये सरकार के सरकारी मानक का पैसा देने को कहा जाता है और उपर के पैसे देने से मना किया जाता है तो अभियन्ताओ द्वारा अपने पद का दुरपयोग कर स्कीम के तहत स्टीमेट बना कर साझा कर दिया जा रहां है और उपभोक्ता का इस तरह से मानसिक शोषण करके मजबूती से मजबूर करके अवैध वसूली का काम,सम्बन्धित अभियन्ताओ द्वारा करवाया जा रहा हैं, जब विशेष तथ्यो एंव विभाग से सम्बन्धित समस्याओं को लेकर मा. अधिशाषी अभियंता खण्ड द्वितीय से सम्पर्क करते हुये पूछा गया तो उन्होने साफ शब्दो मे बताया कि अभी मै आफिस पर नही हूं ऑफिस पहुच कर सही जानकारी फोन करके आपको उपलब्ध करा दिया जायेगा क्या विजली विभाग ने जिम्मेदारो को जिम्मेदारीया इसलिए दिया हैं कि,उपभोक्ताओं का शिकार लाइनमैनो के माध्यम करवाया जा सके और उपभोक्ताओ से अवैध वसूली हडकाकर धमकाकर किया जा सके,आखिर क्या कारण है कि जिम्मेदार अभियंता अपने दायित्वो निर्वहन स्वेच्छा से इमानदारी से नही कर रहा है, ऐसी कौनसी मजबूरी है जो उपभोक्ता का शोषण अभियंताओ द्वारा लाइन मैनो के माध्यम से करवाया जा रहा हैं,आखिर सरकारी वेतनमान से अभियंताओ का घर नही चल रहा है जो उपभोक्ताओ से लुट खसोट करने के लिये नये नये तरीके अपनाया जा रहा है