हथगांव/फ़तेहपुर 9 दिसंबर।
नेशनल क्वालिटी एश्योरेन्स कार्यक्रम के अंतर्गत कायाकल्प इंटरनल असेसमेंट लखनऊ की टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हथगांव में मरीजों को मिल रही सुविधाएं एवं गुणवत्ता की जांच करने के साथ-साथ मरीजों को मिल रही सुविधाओं तथा डाक्टरों और कर्मचारियों द्वारा मरीजों के प्रति किए जा रहे व्यवहार के बारे में पूछताछ की।स्टेट से आए चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी डॉ तारिक इकबाल,डॉ ओमेंद्र यादव,उदय राज कुशवाहा तथा जिले से डॉ एहतराम के नेतृत्व में अस्पताल का विभिन्न बिंदुओं पर असेसमेंट किया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अमित कुमार चौरसिया एवं स्टाफ के साथ स्टेट की टीम ने डीपली असेसमेंट किया।
जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हथगांव में इमरजेंसी,फार्मेसी,आईपीडी,ओपीडी पैथोलॉजी,प्रसव कक्ष,सामान्य प्रशासनिक व्यवस्था,साफ सफाई हर्बल गार्डन सहित सहायक सर्विसेज डिपार्टमेंट की जांच कर मरीजों को मिल रही सुविधाओं एवं गुणवत्ता की जांच कर मरीजों से डाक्टरों एवं कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे व्यवहार के प्रति पूछताछ करते हुए संतोष व्यक्त किया।जानकारी के अनुसार जांच के दौरान पाया गया कि सीएचसी में इमरजेंसी, फार्मेसी, आईपीडी,ओपीडी सहित सभी डिर्पाटमेंट हैं।लगभग सभी में मरीजों को अच्छी गुणवत्ता के साथ सुविधाएं मिल रही हैं।चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित कुमार चौरसिया का मरीजों के प्रति व्यवहार भी बेहद सकारात्मक है।मालूम हो कि कायाकल्प इंटरनल असेसमेंट सहकर्मी मूल्यांकन,अस्पतालों का मूल्यांकन करने का एक तरीका है।अस्पतालों के मूल्यांकन में स्वच्छता,संक्रमण नियंत्रण,बायोमेडिकल,बेस्ट मैनेजमेंट जैसे मानकों पर ध्यान दिया जाता है।
मालूम हो कि अस्पतालों के मूल्यांकन के लिए जिला स्तर से टीम गठित की जाती है।इस टीम के सदस्य अस्पताल के प्रसव कक्ष,ओपीडी,ओटी और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों का निरीक्षण करते हैं। निरीक्षण के बाद टीम अस्पताल प्रशासन को रिपोर्ट सौंपती है और सुधार के लिए सुझाव देती है।अस्पतालों के मूल्यांकन से जुड़ी कुछ और बातें इस प्रकार हैं।सीएचसी के मूल्यांकन के बाद, अच्छे प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों को पुरस्कृत किया जाता है।अस्पतालों के मूल्यांकन का मकसद स्वास्थ्य संस्थानों को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना होता है। अस्पतालों के मूल्यांकन अहम के बाद अस्पताल प्रशासन को सुधार के लिए कई सुझाव दिए जाते हैं।इनमें अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना,चिकित्सा उपकरणों की नियमित जांच और रखरखाव और मरीजों की सुविधा के लिए ज्यादा संसाधन मुहैया कराना शामिल होता है।इन सभी बिंदुओं पर असेसमेंट किया गया।
जिला असेसमेंट अधिकारी डॉक्टर एहतराम हुसैन,चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित चौरसिया,डॉ महमूद हसन,डॉ राकेश कुमार,डॉ जितेंद्र चौधरी,डॉ रमेश चंद्रा,डॉ.राव वीरेंद्र प्रताप सिंह,डॉ.गरिमा विश्वकर्मा,डॉ.शिव शंकर यादव,डॉ अति उल्लाह,डॉ रीना सोनकर,डॉ.उम्मे रूमान,चीफ फ़ार्मासिस्ट राम अवतार गौतम,शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव,एसटीएस दिलीप कुमार, कुष्ठ रोग विभाग से जय चंद्र मौर्य नेत्र परीक्षण अधिकारी भूपेंद्र सिंह,लैब टेक्नीशियन,धर्मेंद्र पटेल,राजन गुप्ता,स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी प्रेम चंद्र,अर्चना साहू,वैभव तिवारी, आयुष शुक्ला तिवारी,प्रशांत दीक्षित,स्टाफ नर्स मीरा यादव,स्वाति श्रीवास्तव, मोनू मौर्य,ज्योति सिंह,प्रतिभा पटेल, सत्यभान सिंह,विश्व दीपक,संतोष कुमार आदि पूरा स्टाफ मौजूद रहा।

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