बस्ती। रविवार को अखिल भारतीय बारी संघ जिला अध्यक्ष राधेश्याम बारी की अध्यक्षता में अमहट घाट स्थित शिवमंदिर के निकट साक्षरता दिवस मनाया गया । निर्णय लिया गया कि यदि समाज का कोई बेटा, बेटी पढना चाहते हैं और गरीब हैं तो संघ उनका आर्थिक सहयोग करेगा। संघ जिला अध्यक्ष राधेश्याम बारी ने बैठक में कहा कि आज का युग शैक्षिक युग हैं, शिक्षा एक ऐसी कुंजी है जो मानव जीवन की सफलता के अनेकों रास्तों को न केवल खोलती है बल्कि उनको सफल भी बनाती है । हर व्यक्ति का शिक्षित होना अत्यंत जरूरी है। विश्व साक्षरता दिवस को मानने का उद्देश्य समाज के लोगो को साक्षर बनाना और साक्षरता के प्रति जागरूक करना है। युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रशांत बारी ने कहा कि युवा पीढ़ी पहले से कही ज्यादा जागरूक हो चुकी है , अति पिछड़ा क्षेत्रों में अभी भी कुछ लोग शिक्षा से वंचित है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें शिक्षा से जोड़ने की पहल संघ द्वारा की जायेगी। प्रयास होगा कि संघ से जुड़े लोग अपने-अपने क्षेत्रों में निःशुल्क यह जिम्मेदारी लेकर शिक्षा की अलख जगायें।
वरिष्ट सलाहकार प्रदीप बारी ने कहा कि आज भी कहीं ना कहीं लड़के लड़कियों में भेदभाव किया जाता है जो की बहुत ही निंदनीय है । युवा पीढ़ी की लड़कियां आज हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम हासिल कर रहीं हैं, ऐसे में लड़कियों को बेहतर शिक्षा देना जरूरी है। इससे वे आने वाले कल में समाज और अपने परिवार के लिये बहु उपयोगी सिद्ध होंगी। एक बेटी को शिक्षित करने का अर्थ है पूरे परिवार को सुसंस्कृत बना देना। बारी समाज के जिला उपाध्यक्ष सरवन बारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चमन लाल बारी आदि ने कहा कि शिक्षा के बिना मानव जीवन पशु के समान है। हमें इसके महत्व को समझना होगा बैठक में अखिल भारतीय बारी समाज के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा निर्णय लिया गया कि समाज का कोई भी युवा वर्ग पैसे के अभाव में अपनी शिक्षा नहीं छोड़ेगा । ऐसी युवा जो आगे पढ़ना चाहते हैं परंतु उनकी आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण पढ़ने में असक्षम है उनके पढ़ाई संपूर्ण खर्च समाज द्वारा एकत्रित धन से किया जाएगा तथा ऐसे युवा को सरकारी लाभ के लिए सरकार से आग्रह भी किया जाएगा । जिससे की वह अपनी शिक्षा पूर्ण कर अपना जीवन यापन कर सके। बैठक में बारी समाज के पदाधिकारी महिला जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नंदनी बारी, अमरावती बारी, अजय कुमार बारी, राजेश्वरी प्रसाद बारी, पंकज कुमार बारी, प्रदीप बारी, रितेश बारी , शिवकुमार बारी, आशुतोष बारी, आदि समाज के लोग उपस्थित रहे।