थाना क्षेत्र में अवैध कारोबार पर नहीं लगा पा रही लगाम

पीड़ित के पैसा मांगने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की दे रहे धमकी

संवाददाता असोथर फतेहपुर

थाना क्षेत्र में उपनिरीक्षकों के द्वारा दूसरे थाना क्षेत्र अंतर्गत गुडवर्क और पैसा कमाने का मामला प्रकाश में आया है। दूसरे थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति से अवैध शराब बिक्री को लेकर बरामद करते हुए थाने लाकर मुकदमा न लिखने को लेकर उपनिरीक्षकों ने व्यक्ति से पैसे ले लिए। पीड़ित द्वारा पैसे मांगने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं।

जानकारी अनुसार थरियांव थाना क्षेत्र अंतर्गत बबरापुर मजरे शाहीपुर थाना थरियांव निवासी राधेलाल पासवान पुत्र स्व बाबू लाल ने कहा कि 25 तारीख को कमालीपुर गांव चौराहे पर स्थित मेरी पान मसाले की दुकान से दो पेटी देशी शराब की बिक्री करते हुए असोथर थाने के उपनिरीक्षक राजेश यादव, देवी दयाल वर्मा और अविनाश यादव ने तलाशी दौरान बरामद करते हुए थाने ले आए। मुकदमा न दर्ज करने के एवज में 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग किया। जिसपर मैने अपने भतीजे फूलचंद्र को सूचना देते हुए रूपये मंगवाया। उपनिरीक्षक राजेश यादव को देवी दयाल वर्मा और भतीजे फूलचंद्र के समक्ष 10 हजार रूपये दिया। उपनिरीक्षक ने सादे कागज पर मेरा अंगूठा लगवाकर मेरे भतीजे के साथ घर भेज दिया।
जब पीड़ित को मामले की जानकारी हुई कि पुलिस ने मेरे खिलाफ 55 क्वाटर देशी शराब बेचने का मुकदमा पंजीकृत किया है। जब पीड़ित ने अपने रूपये मांगे तो उपनिरीक्षकों ने गाली गलौज और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए किसी से शिकायत करने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।

जिसकी पीड़ित ने लिखित रूप से जरिए डाक फतेहपुर पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल से शिकायत किया है।

थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मौर्य से मामले पर जब फोनिक वार्ता की गई तो कहा कि थाना क्षेत्र के बार्डर में अवैध देशी शराब की बिक्री करते हुए अभियुक्त को 55 देशी शराब की बोतलों के साथ पकड़ा गया है। जिसपर मुकदमा दर्ज करते हुए निजी मुचलके पर आरोपी को छोड़ दिया गया था। रिश्वत लेने की जानकारी नहीं है। जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

इनसेट

जय श्री राम बोलने पर उप निरीक्षक ने जड़ा था थप्पड़, आज रिश्वत लेने की बात आई सामने

रविवार देर शाम थाना पुलिस ने भाजपा नेता और बजरंग दल के कार्यकर्ता द्वारा जय श्री राम बोलने पर उप निरीक्षक ने युवक को थप्पड़ जड़ दिया था। जिसको लेकर भाजपा व बजरंग दल के कार्यकर्ताओ ने थाने का घेराव किया था। थाना प्रभारी और उपनिरीक्षक के हाथ जोडकर मांफी मांगने पर समझौता हुआ था। लेकिन असोथर थाना के उपनिरीक्षकों के हौसले बुलंद हैं। आखिरकार आज फिर एक बार उपनिरीक्षकों ने मुकदमा न दर्ज करने को लेकर 10 हजार रूपये की रिश्वत लेने का मामला एक युवक ने लगाया है।

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