सरकशी दबन्गई के बल पर पीडिता के पति कि जमीन पर जोत बो लिये दबन्ग
•शारीरिक एंव मान्सिक प्रत्याणना से के झेल से प्रत्याणित होकर पीडिता लगा रही है शासन प्रशासन से न्याय कि गुहार •
•अयोध्या★। जनपद फैजाबाद अयोध्या से एक अजीबो गरीब घटना निकलकर सामने आयी है जहा पीडिता द्वारा आरोप लगाते हुये शासन- प्रशासन से न्याय कि गुहार लगाते हुयी नजर आयी है
ताजा मामला जनपद फैजाबाद अयोध्या से एक ऐसा मामला शोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है जहा पीडिता द्वारा अपने मृत्य पति के परिवार वालो पर आरोप लगाते कहा कि जबरन शारीरिक मान्सिक प्रत्याणित कर रहे है और घर से जबरन निकालने का प्रयास किया जा रहा है एंव मारपीट करने को लेकर लगाये है गम्भीर आरोप
पीडिता का कहना है कि मृत्य पति के देहान्त होने के बाद वरासत नामा हो गया था परन्तु जेठ एंव जेठ के परिवार द्वारा आपत्ति लगा दिया गया है खारिज दाखिल करने से रोका जा रहा है और जबरन पीडिता के हिस्से कि जमीन पर अबैध कब्जा करके जोता बोया जा रहा हैं। और मृत्य पति के हिस्से मे भागीदारी जहा पत्नी कि होनी चाहिए वहा जेठ एंव परिवार द्वारा कब्जे से वन्चित किया गया है पति के हिस्से मे पत्नी कि भागीदारी कि जमीन पर कब्जा दबन्गो द्वारा किया जा चुका है जबकि अयोध्या कि तहसील मिल्की पुर अन्तर्गत के न्यायलय मे विचाराधीन पडी है लेकिन दबन्गई बल पर अनिल कुमार उप्पध्याय द्वारा अबैध कब्जा है एंव जोता बोया जा रहा है।
और शासन-प्रशासन से न्याय कि उम्मीद लगाये बैठी है जहा पीडिता प्रेम कुमारी उप्पध्याय को उम्मीद कि आशा कि किरण आती हुयी नही नजर आ रही है।
और प्रार्थनी प्रेम कुमारी उपाध्याय अपने स्व.पति सुनीलकुमार कि हिस्से कि जमीन को लेकर अपना जीवन यापन करना चाहती है लेकिन जेठ और जेठ के परिवार द्वारा दबन्गई के बल पर अबैध कब्जा किया गया है और जिसके लिये न्याय कि उम्मीद लगाये बैठी हुयी पीडिता प्रशासन से गुहार लगा रही है
पीडिता प्रेम कुमारी पत्नी स्व•सुनील कुमार ने रोते हुये अपने बयानो मे जिक्र करते हुये कहा कि जब तक पति जिन्दा थे तब तक सब ठीक ठाक माहौल था परिवार का कोई सदस्य एवं जेठ जेठानी देवर ससुर ने कोई जुल्म नही ढाये परन्तु पति के गुजरते ही पीडिता के उपर जुल्म का शिकन्जा कसा गया और जबरन शारीरिक मान्सिक प्रत्याणना करते हुये मारा पीटा गया जमीन जायदाद हडपने के प्रयास को सफल करते हुये कब्जा करके जोता बोया जा रहा है और न्याय की उम्मीद लेकर दफ्तरों की चक्कर लगा रही है
और पीडिता ने रो रो कर प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारीयो को अपना दुख भरी दास्ता सुना चुकी है और न्याय गुहार लगा चुकी है लेकिन न तो दिल दहला न तो दिल ही पसीझा किसी भी अधिकारियो का।,, परन्तु जहा कार्यवाही करनी चाहिए थी वहा अधिकारीयो द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा और दफ्तरों के चक्कर कटवाया जा रहा है
सूबे के मुखिया योगी महाराज कि सरकार कि मन्साओ पर पानी फेर रहे है सम्बंधित अधिकारियों ने क्या कारण है कि कार्यवाही करने मे हिल्ला हवाली करते हुये नजर आ रहे।
मा.मुख्य मन्त्री जी द्वारा एक तरफ बेटी बचाओ अभियान चलाया जा रहा है और महिलाओ से अभद्रता से लेकर बलत्कार छेडखानी करने वाला का मामला सामने आते ही मा.मुख्यमन्त्री योगी जी महाराज का बुल्डोजर ही दण्डित करता हुआ नजर आया है परन्तु वही दूसरी तरफ कुछ अधिकारीयो द्वारा महिलाओं का शोषण किया। जा रहा है और अधिकारो का दुरपयोग कर फरियादियो को दफ्तरों के चक्कर कटवाये जा रहे हैं बडा सवाल यह है कि आखिर क्यो
सवाल के जबाब मे उलझा हुंआ है पीडित महिला प्रेम कुमारी उपाध्याय जी का न्याय जहा प्रशासन के अधिकारियो द्वारा उलझा रखे हुये हैं जहा कार्यवाही मे अधिकारी हिल्ला हवाली करते हुये नजर आये है परन्तु अब देखना यह है कि क्या अब योगी जी महाराज जी पीडित महिला के प्रति क्या फारमूला अपनाते हैं। और महिला को न्याय दिलाने के लिये क्या उठायेगे बडा कदम जहा अधिकारी होगे नदमस्तक या फिर जाचो के खेल मे सम्बन्धित अधिकारीयो का सफल होगा खेला या फिर गोल गोल चक्कर मे घुमती रहेगी पीडिता यह फिर मुद्दाओ के सवालो मे फसा पडा रहेगा पीडिता का न्याय या फिर रोती बिल्खती महिला पीडिता का गम कागजी कार्यवाही मे दब के रह जायेगा या फिर मिलेगा न्यायिक व्यवस्था तहत सम्मान के साथ न्याय