असलग्नक। पर्यटन स्थल लोधेश्वर महादेवा मैं पूर्व की बात श्रावणी मेला का दूसरा सोमवार चल रहा था। इतवार की रात्रि में लाखों की तादात में शिव भक्त जय जय कर लगाते हुए। जलाभिषेक करने के लिए उतावला हुए। जिला पंचायत से ठेकेदार ने जो मेले में भक्तों के लिए बैरिकेडिंग लगा ई गई है। जनता का कहना है की जिला पंचायत की मिली भगत से उसी पुराने ही ठेकेदार को ठेका दे दिया जाता है इसीलिए हर बार बैरिकेडिंग की बल्ली टूटती रहती है। क्योंकि दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि जिला पंचायत के सभी अधिकारियों से ठेकेदार की ऊंची पकड़ के कारण किसी दूसरे ठेकेदार को ठेका नहीं मिलता है। इसीलिए मेले में बैरिकेडिंग टूटती रहती है।
मेला प्रभारी मेले में नहीं देते हैं ध्यान। जबकि माननीय योगी आदित्यनाथ महाराज का आदेश है कि सावन मेले में शिव भक्तों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए लेकिन जनपद के अधिकारियों से बैरिकेडिंग ठेकेदार की ऊंची पकड़ है। जब जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक सावन मेले की जनपद में बैठकर मीटिंग करते हैं तब उनके द्वारा सभी अधिकारियों को सभी मेले में ठेकेदारों को आदेश प्राप्त होता है की मेले में किसी प्रकार की आ व्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह तो केवल कागज पूर्ति होती है। अभी पिछले सोमवार में 10, 10 किलो की सुनेहली मछलियां मेला प्रभारी के लापरवाही से मर गई। शासन प्रशासन द्वारा लीपा पोती कर दी गई। कुछ पत्रकारों का कहना है की महादेवा मेला प्रभारी की घोर लापरवाही सामने दिख रही है जबकि सावन मेला दूसरा सोमवार हो चुका है लेकिन सबसे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है की पत्रकारों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यह सोचनीय विषय है। रिपोर्टर जिला संवाददाता संविधान रक्षक उमेश।