उच्च प्राथमिक विद्यालय सोहई ग्राम पंचायत बड़नपुर रामनगर बाराबंकी मिशन कायाकल्प के बाद भी जिले के परिषदीय स्कूलों की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों की पड़ताल की गई तो हकीकत सामने आई। कई प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति ऐसी है कि बच्चे बैठने से भी डरते हैं। बरसात के कारण यह बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है। इन जर्जर विद्यालयों में कहीं प्लास्टर टूटकर गिर रहा है तो कहीं जमीन पर बैठने की भी स्थिति नहीं है ऐसा ही मामला सामने आया उच्च प्राथमिक विद्यालय सोहई ग्राम पंचायत बड़नपुर रामनगर का है ।ग्रामीणों ने बताया कि जर्जर हाल भवन की शिकायत कई बार बीएसए को दी जा चुकी है। लेकिन आज तक किसी ने स्कूल के इस भवन को गिराने की कार्रवाई तो दूर, अभी तक निरीक्षण भी नहीं किया गया है। यदि इसी तरह लापरवाही रही तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।हादसा के कारण इसका जिम्मेदार ग्राम प्रधान से लगाकर खंड विकास अधिकारी व जिले तक कोई जिम्मेदार नहीं बनेगा।ना लाइट की व्यवस्था ना पानी की व्यवस्था ना सफाई ग्रामीणों का कहना है सबसे भ्रष्टाचारी ग्राम प्रधान है ग्रामीणों का आरोप है ग्राम प्रधान कभी भी साफ सफाई पर नजर ही नहीं डालते हैं ग्राम प्रधान से लगाकर अधिकारी तक भ्रष्टाचार में सम्मिलित हैं।शासन प्रशासन कोई भी कार्यवाही अभी तक नहीं कर पाया है ग्राम प्रधान से लगा अधिकारी तक शिकार लगाएं बैठे हुए हैं जब बड़ा हादसा हो जाएगा तभी हाथ पांव डोलाएंगे।
प्रधानाध्यापक संतोष कुमार बाजपेई ने उच्च अधिकारी जांच करने के लिए नहीं तैयार है वही ग्राम प्रधान आशा वर्मा भ्रष्टाचार में सम्मिलित हैं देखना यह है खबर प्रकाशित करने के बाद क्या कार्यवाही होती है।