बाराबंकी। एक ओर परिवहन विभाग बाइको व अन्य वाहनों के लिए तमाम नियम कानून बनाती है परन्तु बिडम्बना देखे कि वही सामान ढोने के लिए बाइक लगाकर बनाई गई तीन टॉग की टेलिया शहर के मुख्य सड़को पर चक्कर लगा रही और रास्ते तंग हो रहे है।ं न जाने किस जमाने की बाइक हैं इसे चलाने के लिए हैडिल और सीट भी दी गई है। गाड़ी के आकार देखकर डर लगने लगता हैं । विदित, एक बड़ा सवाल ! सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने तमाम नियम कानून बना रखे हैं जैसे बाइक चलाते समय हेलमेट हेलमेट अनिवार्य है। यहां पर अपरिहार्य नहीं हेलमेट लगाना तथा प्रदूषण प्रमाण पत्र ..। सतत याद रहे, सड़क सुरक्षा की दृष्टि से जागरूकता उत्पन्न किए जाने के उद्देश्य प्रशासन के द्वारा यातायात सप्ताह, यातायात माह, यातायात पखवारा जैसे तमाम यातायात कार्यक्रम समय समय पर चलाए जाते हैं। इसके विपरीत सामान ढोने के लिए बाइक लगाकर बनाई गई ठेलिया को न यातायात पुलिस न तो एआरटीओ पूछता है,। दिन प्रतिदिन दूभर हो रहा शहर के अंदर आवागमन । हैरत में बड़ा सवाल ! प्रशासनिक अधिकारियों की दृष्टि भी इन पर नहीं पड़ती है। अक्सर , तंग रास्ते में देखे जाते हैं। क्या ऐसे वाहनों की संख्या बड़ गयी ? वैसे भी ई रिक्सा की संख्या अनगिनत हैं, गौर करें कि कारें रेंगती चलती हैं दिन प्रतिदिन दूभर हो रहा शहर के अंदर आवागमन। और समय के गर्भ में है, सम्बन्धित विभाग ! कब सुरक्षा की दृष्टि यातायात के नियमों को कब पालन करेगा ?