अपील – भयकंर गर्मी में पशु – पक्षियों के लिए छाया, पानी और भोजन का प्रबंध करें : समाजसेवी पत्रकार बलवान सिंह
बाराबंकी और उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में भयंकर गर्मी का प्रकोप बरस रहा है। इस गर्मी से सिर्फ़ इंसान ही नहीं, बल्कि नन्हें-नन्हें पक्षी भी परेशान हैं। हर साल गर्मी के मौसम में न जाने कितने पक्षी प्यास और हीटस्ट्रोक का शिकार हो कर जान दे देते हैं। हम यदि एक छोटी-सी कोशिश करें, थोड़ी-सी मानवता दिखाएं और अपने घर-ऑफ़िस में आने वाले पक्षियों के लिए पानी और आश्रय का प्रबन्ध करें, तो गर्मी के कारण होने वाली पक्षियों की मौत में काफ़ी कमी आ सकती है।
ये बात के समाजसेवी पत्रकार बलवान सिंह व उनका परिवार भी ख़ूब समझता हैं। इस सन्दर्भ में उन्होंने सभी से अपील करते हुये कहा कि अभी से भयंकर गर्मी पड़ रही है। इस तपती गर्मी में जब मनुष्य का बुरा हाल है तो सोचिए बेजुबान प्राणियों का क्या हाल होगा? जिले में गर्मी बढऩे लगी है। नोतपा और आने वाले जेठ महीने में और अधिक गर्मी पडऩे की संभावना है। तो आइए हम सब मिलकर इस तपती भयंकर गर्मी में पशु – पक्षियों की मदद करें और इन बेज़ुबान पशु – पक्षियों के लिए छाया, पानी और भोजन का प्रबंध करें। क्योकि इस भयंकर गर्मी में मनुष्य के साथ-साथ सभी प्राणियों को खाना पानी की आवश्यकता होती है। वैसे तो पशु – पक्षी बहुत मेहनती होते हैं और अपने लिए दाने की व्यवस्था खुद कर लेते हैं, लेकिन गर्मियों में ज़रूरी है कि उन्हें कम-से-कम उड़ना पड़े। वो जितना उड़ेंगे, उन्हें उतनी ही पानी की ज़रूरत होगी और हीटस्ट्रोक का ख़तरा भी उतना ही होगा। पानी के साथ अगर हम उनके लिए छाया और खाना भी रख देंगे, तो उन्हें ज़्यादा भटकना नहीं पड़ेगा। वहीं, मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है, लेकिन बेज़ुबान पशु – पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है, गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। हालांकि जब वे प्यासे होते हैं तो घरों के सामने दरवाजे पर आकर खड़े हो जाते हैं। कुछ लोग पानी पिला देते हैं तो कुछ लोग भगा भी देते है। लोगों का थोड़ा सा प्रयास घरों के आस पास उड़ने वाले परिंदों की प्यास बुझा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है, इसलिए तपती गर्मी में अपने घरों के बाहर एवं छतों पर पानी के बर्तन रखें और हो सके तो छतों पर पक्षियों के लिए छाया की व्यवस्था भी करें। घरों के बाहर पानी के बर्तन भरकर टांगें, या बड़ा बर्तन अथवा कोटना पानी भरकर रखें, जिससे मवेशी व परिंदे पानी देखकर आकर्षित होते हैं। अगर सम्भव हो तो छत में भी पानी की व्यवस्था करें, छायादार जगह बनाकर वहां पानी के बर्तन भर कर रखें। पक्षियों के लिए चना, चावल, ज्वार, गेंहूं आदि जो भी घर में उपलब्ध हो उस चारे की व्यवस्था छतों में करें और कम पानी वाले जल स्रोतों को गंदा न करें, इससे पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हो सकती है। इस गर्मी में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए लोगों को प्रयास करना चाहिए। आइए हम सब मिलकर इस भीषण गर्मी में मानवता दिखाएं। अपने घर की छत या घर के बाहर पशु, पक्षियों के दाना, पानी की व्यवस्था करें। ये एक पुण्य कार्य तो है ही साथ ही इससे आपके कई दोष भी शांत होते है। इंसानियत के लिए मानव होकर यह पुनीत कार्य अवश्य करे। जितना हो सके सभी बेज़ुबान पशु – पक्षियों के लिए दाना – पानी की व्यवस्था करे। बस ध्यान रखें कि परिंडा और पानी नियमित साफ हो। समय समय पर मिट्टी का बर्तन साफ करते रहे, काई न जमने दें। आप इस भयंकर व तपती गर्मी में पशु – पक्षियों के लिए रोज़ दाना – पानी रख कर उनकी जान बचाएं। इस नेक कार्य को करके आप भी पशु – पक्षियों को जीवन-दान दे सकते हैं। तो आइए हम सब मिलकर इस तपती गर्मी में पशु – पक्षियों की मदद करेंगे, जिससे कि वो अपनी चहचहाहट से हमारा वातावरण हमेशा गुलज़ार करते रहें। इस नेक कार्य को करके आप भी पशु पक्षियों को जीवन-दान दे सकते हैं।