सिरौलीगौसपुरबाराबंकी में श्रीकोटवाधाम पवित्र तीर्थ स्थल के चतुर्दिक सैकड़ों बस डीसीएम ट्रैक्टर ट्राली आटो बोलोरो इत्यादि संशाधनों से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा हो गया। बडे बाबा की जय महतरिया साहेब बसंन्ता फूफू चार पावा, चौदह गद्दी के जयकारे से कोटवाधाम गुंजायमान हो गया। थानाध्यक्ष बदोसराय प्रफुल्ल कुमार यादव आधा दर्जन उपनिरीक्षक व दर्जनों पुलिस कर्मियों के साथ मेलार्थियों के सुरक्षार्थ मन्दिर परिसर कोटवाधाम चौराहा व मेला परिसर में मेलार्थियों के सुरक्षार्थ डयूटी पर मुस्तैद दिखे उसके बावजूद दो गैर जनपद के श्रद्धालुओं की जेब कट गयी। मन्दिर परिसर में चारों तरफ एक डेढ फिट की ऊंचाई में श्रद्धालुओं द्वारा अंजौरी में चढाया गया गेंहू तथा कुन्टलो गुड धनिया जगह जगह पर रखी हुयी है। पवित्र अभरन सरोवर की दुर्दशा के चलते श्रद्वालु अभरण सरोवर में ब्याप्त गन्दगी के कारण सत्यनामी श्रद्धालु औपचारिकता पूरी करते हुए अभरण सरोवर का जल हाथ में लेकर अपने ऊपर छिडक कर आचमन की प्रक्रिया पूरी कर स्वामी जी की समाधि पर चादर परसाद चढ़ा कर अपने को कृतार्थ कर रहे हैं।बताते चलें कि अभरण सरोवर कोटवाधाम अमृत सरोवर ब्लाक दरियाबाद से चयनित था कुछ काम करवाया गया उसी दौरान एक शिकायत पर अभरण सरोवर का काम बंद हुआ जो डेढ वर्ष बीत जाने के बाद भी बंद पडा हुआ है। सूत्र बताते हैं अभरण सरोवर के निर्माण में लाखों रुपये निकाल लिये गये थे। जैसा पहले अभरण सरोवर था उससे वर्तमान में बद्दतर एंव जानलेवा स्थिति में है जिसके दो तरफ की सींढिया तोडवा दी गई थीं जिनका निर्माण अब तक नहीं हो सका ।मेले में चाय पान मिष्ठान कास्टमेटिक प्रशाधन कपडे हंसिया खुरपा बेलन तवा पिंजरा इत्यादि वस्तुओं की जम कर विक्री हुई दुकान दार काफी खुश हैं जगदीश गुप्ता त्रिवेणी हलुवाई बनारसी कास्टमेटिक प्रशाधन वाले बव्वा लैय्या वाले पम पम होटल वाले लवलेश रावत मिठाई की दुकान वाले सहित मेला परिसर के समस्त दुकान दार उम्मीद से दो गुना भीड बता रहे हैं जिसके चलते सामग्री की कमी देख दुकान दार मिठाई बनाने का काम शुरू कर दिया है।गोन्डा बहराइच बलरामपुर, श्रावस्ती देवी पाटन सुल्तानपुर फैजाबाद अयोध्या अम्बेडकर रायबरेली उन्नाव कानपुर लखनऊ पंजाब दिल्ली आदि प्रान्तों से आये तमाम श्रद्वालु छोटी गद्दी की महन्तिन साहिबा नीलम दास, विशाल दास अमान दास से धागा धारण कर गुरु मंत्र में राम राम सुना।महन्त राजेश बख्श दास सोनी दास,संजय दास खुटपुट बाबा आदि से आर्शीवाद प्राप्त किया।
मेले में फोर्स कम होने के कारण कोटवाधाम चौराहे पर कई बार जाम लगा कलकत्ते बाग बसों से पूरी भरी रही। बरदाही से अभरण घाट तक भी भारी भीड़ रही।